भाकियू अमृतसर के कार्यकर्ताओं ने लगाया दो घंटे जाम, सरकार का पुतला फूंका
भारतीय किसान यूनियन एकता उग्राहां अमृतसर के कार्यकर्ताओं को रूपनगर पुलिस ने रोक लिया।
संवाद सहयोगी, रूपनगर: भारतीय किसान यूनियन एकता उग्राहां अमृतसर के कार्यकर्ताओं को मोहाली व चंडीगढ़ की तरफ जाते रूपनगर पुलिस ने रोक लिया, जिसके बाद कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की। उल्लेखनीय है कि भारतीय किसान यूनियन एकता उग्राहां अमृतसर के कार्यकर्ता जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 व 35 ए को हटाए जाने के विरोध में पंजाब के गर्वनर को मांग पत्र देने जा रहे चंडीगढ़ जा रहे थे। इससे पहले उन्होंने मोहाली में रोली भी करनी थी , लेकिन इसकी सूचना मिलते ही रूपनगर पुलिस ने सभी को स्थानीय पुलिस लाइन के पास ही रोक लिया। यूनियन के लीडरों ने जब इसका कारण पूछा, तो मौके पर घेरा डाले खड़ी पुलिस ने बताया कि उन्हें इस बारे तो पता नहीं, लेकिन उन्हें रोके जाने के आदेश हैं। पुलिस व पंजाब सरकार के इस रवैये से खफा होकर कार्यकर्ताओं ने हाईवे पर ट्रैफिक जाम लगाते धरना देकर सरकार के नारेबाजी करना शुरू कर दी। मौके पर पहुंचे एसएचओ सिटी हरकीरत सिंह व जिला ट्रैफिक इंचार्ज रोहित शर्मा ने धरने पर बैठे कार्यकर्ताओं को समझाने व जाम खोलने का काफी प्रयास किया, लेकिन जब वे नहीं माने तो उन्होंने जाम में फंसे वाहनों को दूसरे रास्ते निकालना शुरू कर दिया, जिसके साथ ही कार्यकर्ता भड़क गए और पुलिस के खिलाफ भी नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद जिला पुलिस प्रमुख स्वप्न शर्मा खुद मौके पर पहुंचे व उन्होंने भारतीय किसान यूनियन एकता उग्राहां अमृतसर के कार्यकर्ताओं को समझाते हुए जाम खोलने के लिए कहा। इसके बाद यूनियन ने हाईवे पर ही सरकार का पुतला फूंक प्रदर्शन किया। यूनियन के जिलाध्यक्ष कुलदीप सिंह ने बताया की वह अपने अन्य साथियों के साथ जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 व 35 ए को हटाए जाने के विरोध में पार्टी की ओर से दी गई कॉल अनुसार मोहाली में दिए जा रहे धरने में शामिल होने के लिए जा रहे थे। इसके बाद उन्होंने पंजाब के गर्वनर को मांगपत्र भी देना था, लेकिन रूपनगर पुलिस ने उन्हें जबरन रोककर उनके साथ धक्का किया । इस मौके पुतला फूंक प्रदर्शन करते हुए लगभग आधे घंटे के बाद जाम खोला गया। इस मौके लखविदर सिंह, रणजीत सिंह, निशान सिंह, सुरजीत सिंह, कश्मीर सिंह आदि संबोधित भी किया।