अब तक तीन की जा चुकी जान, विभाग फिर भी कर रहा पॉलिसी का इंतजार
रक्षाबंधन से लेकर अब तक इन सड़कों पर पड़े गड्ढों की वजह से हुए हादसों में तीन लोगों की मौत हो चुकी है।
ईश्वर सैनी, भरतगढ़
पंजाब से हिमाचल को जोड़ने वाली तीनों सड़कों का पंजाब में हालत इतनी खस्ता है कि एक बार सफर करने के बाद किसी को सरवाइकल तो किसी को कमर दर्द का तोहफा मिल रहा है। रक्षाबंधन से लेकर अब तक इन सड़कों पर पड़े गड्ढों की वजह से हुए हादसों में तीन लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं पीडब्ल्यूडी विभाग की हद यह है कि वो पंजाब सरकार की सड़कों को लेकर नई पॉलिसी का इंतजार कर रहा है, जबकि फरवरी 2019 में इन सड़कों को बनाने के लिए फंड भी मंजूर हो चुके हैं। राज्य सरकार की ओर से भरतगढ़ क्षेत्र व साथ सटे हिमाचल प्रदेश के अंदर कारोबार की संभावनाओं को सफल बनाने के उद्देश्य से इस क्षेत्र की तीन प्रमुख सड़कों को बनाने के लिए लोक निर्माण विभाग को 5.03 करोड़ रुपये मंजूर किए हुए हैं, लेकिन विभाग के उच्च अधिकारी इन तीन सड़कों का निर्माण शुरू करवाने में देरी कर रहे हैं। जानकारी अनुसार राज्य सरकार की ओर से विभाग के माध्यम से फरवरी 2019 में भरतगढ़ से सोबन माजरा के लिए बैरियर तक 2.82 किलोमीटर सड़क के लिए 1.98 करोड़ रुपये, भरतगढ़ से नया गरां के लिए ढेलावड़ तक 2.45 किलोमीटर के लिए 1.55 करोड़ रुपये और भरतगढ़ से नालागढ़ के दबोटा बैरियर तक 1.29 किलोमीटर के लिए 1.50 करोड़ रुपये निर्माण के लिए मंजूर किए गए हैं। यह तीन सड़कें पंजाब को हिमाचल प्रदेश के साथ जोड़ती हैं। इन तीनों सड़कों की हालत की अगर बात करें तो ककराला चौक से ढेलावड़ तक तो सब सही है, जबकि भरतगढ़ से नालागढ़ और भरतगढ़ से सोबन माजरा सड़क में तीन- तीन फीट गहरे गड्ढे पड़े हुए हैं। बारिश के बाद तो इन सड़कों पर बने गहरे गड्ढों में पानी भरा रहने के कारण वाहन चालकों को गड्ढों का अंदाजा लगाना तक कठिन हो जाता है, जिसके चलते अनेकों हादसे भी हो चुके हैं। पिछले समय के दौरान भरतगढ़ से सोबनमाजरा मार्ग पर गड्ढों में एक दोपहिया वाहन का संतुलन बिगड़ने से बड़ा पिड के वासी की मौत हो गई थी, जबकि राखी बांधने जा रही आनंदपुर साहिब की युवा लड़की की मौत भी गड्ढों के कारण हुई और अब हाल ही में नालागढ़ से भरतगढ़ जाते वक्त एक एक्टिवा चालक लड़की की भी गड्ढे में गिरने से मौत हो गई थी। इन मार्गों की बुरी हालत को लेकर पिछले समय के दौरान आसपास रहने वाले लोगों ने रोष प्रदर्शन करते हुए राज्य सरकार व लोक निर्माण विभाग से सड़कों का निर्माण व रिपेयर करवाने का दबाव भी बनाया था, लेकिन स्थित जस की तस बनी हुई है।
रोजाना हजारों लोगों का होता है आना- जाना बता दें कि सोबनमाजरा, ढेलावड़ और दबोटा बैरियर वाली सड़कों से रोजाना पंजाब और हिमाचल के लोग एक दूसरे राज्यों में पढ़ाई व नौकरी आदि के लिए जाते हैं। रोजाना हजारों लोग इन सड़कों का इस्तेमाल करते हैं और पंजाब सरकार को कोसते हैं।
नई नीति का इंतजार: एक्सईएन गुप्ता वहीं लोक निर्माण विभाग के एक्सईएन विशाल गुप्ता ने बताया कि सड़कों के मामले में सरकार की नई नीति का इंतजार किया जा रहा है। नहीं तो अभी तक टेंडर लगाने के बाद काम शुरू करवा दिया जाना था। सरकार की नीति आते ही टेंडर लगा काम शुरू करवा दिया जाएगा।