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1488 ग्रेजुएट व पोस्ट ग्रेजुएट्स को बांटी डिग्रियां

विभिन्न कोर्सों के 1488 ग्रेजुएट्स व पोस्ट ग्रेजुएट्स को उनकी डिग्रियां बांटी गई।

By JagranEdited By: Published: Sun, 19 May 2019 10:41 PM (IST)Updated: Sun, 19 May 2019 10:41 PM (IST)
1488 ग्रेजुएट व पोस्ट ग्रेजुएट्स को बांटी डिग्रियां
1488 ग्रेजुएट व पोस्ट ग्रेजुएट्स को बांटी डिग्रियां

संवाद सहयोगी, रूपनगर

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रयात ग्रुप आफ इंस्टीट्यूट्स रैलमाजरा कैंपस द्वारा ग्रैंड कनवोकेशन का आयोजन करते हुए विभिन्न कोर्सों के 1488 ग्रेजुएट्स व पोस्ट ग्रेजुएट्स को उनकी डिग्रियां बांटी गई, जबकि इस मौके एआइसीटीई दिल्ली के चेयरमैन प्रोफेसर अनिल डी सहस्त्र बुद्धे सहित इनोवेशन सेंटर फॉर एजुकेशन आईबीएम इंडिया के डायरेक्टर बिट्ठल मदयालकर, रयात ग्रुप आफ इंस्टीट्यूट्स रैलमाजरा के चेयरमैन निर्मल सिंह रयात ने संयुक्त रूप से डिग्रियां बांटने की रस्म अदा की।

इस मौके बोलते मुख्य अतिथि एआइसीटीई दिल्ली के चेयरमैन प्रोफेसर अनिल डी सहस्त्र बुद्धे ने कहा कि हमें जीवन भर सिखने का संकल्प लेने के साथ साथ पढ़ते लिखते हुए अच्छे व्यवहार के साथ देश के निर्माण में योगदान डालना चाहिए। उन्होंने कहा कि सही खुशी पैसा कमाने से अधिक मेहनत व ईमानदारी से प्राप्त होती है। उन्होंने डिग्रियां प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को जहां बधाई दी वहीं कहा कि डिग्री हासिल करने के साथ काम समाप्त नहीं होता बल्कि जीवन में सफल रहने के लिए लगातार सख्त मेहनत की जरूरत होती है जबकि की जाने वाली मेहनत कभी बेकार नहीं जाती।

इस मौके इनोवेशन सेंटर फॉर एजुकेशन आईबीएम इंडिया के डायरेक्टर बिट्ठल मदयालकर ने विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि तकनीक लगातार जहां बढ़ती जा रही है वहीं तकनीक में लगातार बदलाव भी देखने को मिल रहा है इसलिए कामयाबी के लिए एक अच्छे विद्यार्थी को हमेशा सीखते रहना होगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में कृषि तक तकनीक पर आधारित हो गई है यानि तकनीक मनुष्य के जीवन पर बड़ा प्रभाव डाल रही है। उन्होंने कहा कि हमेशा सफल रहने के लिए खुद को अन्यों से अलग बनाने, जरूरत के अनुसार जोखिम उठाने व कनेक्टिविटी का बड़ा महत्वपूर्ण योगदान है जिसे समझने की जरूरत है।

इस मौके रयात ग्रुप के एमडी डॉ. संदीप कौड़ा ने अतिथियों का स्वागत करते कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि संस्थान का उद्योग व अकादमियों के साथ तालमेल बढ़ता जा रहा है जिससे संस्थान के कदम विद्यार्थियों को उद्योग पैमाने पर आधारित शिक्षा उपलब्ध करवाने की तरफ बढ़ रहे हैं। कैंपस डायरेक्टर डॉ. सुरेश सेठ ने रिपोर्ट पेश करते कहा कि संस्थान के ग्रेजुएट व पोस्ट ग्रेजुएट औसतन साढ़े चार लाख से उच्चतम 17 लाख रुपये सालाना पैकेज हासिल कर रहे हैं जबकि संस्थान ज्यादा से ज्यादा जरूरतमंद विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप प्रदान करते हुए शिक्षा के साथ जोड़ रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि संस्थान ने गूगल सहित आईबीएम, एनसिस, रैड हैट व सीमनज आदि कंपनियों के साथ न्यू एज प्रोग्राम के तहत समझौते करते हुए नाता जोड़ा है।

इस मौके डॉ. आशुतोष शर्मा ने सभी का आभार व्यक्त किया जबकि इस मौके इंडियन बैंक के सीजीएम एसके दास सहित इंजीनियरिग कालेज के डायरेक्टर डॉ. हरीश कुंदरा, फार्मेसी के डायरेक्टर डॉ. एनएस गिल, डायरेक्टर एजुकेशन कालेज डॉ. जगदीप कौर, डायरेक्टर डॉ. मोनिका, प्रिसिपल सूबा राठौर लॉ कालेज, प्रिसिपल डॉ. पल्लवी पंडित आदि विशेष रूप से हाजिर थे।

इन्हें मिले पदक

इस ग्रैंड कनवोकेशन के दौरान एमबीए के रमनदीप सिंह सहित बीबीए की सेविका कक्कड़, बीकाम के कमलदीप, सीएसई की शालू, सीई की अनुजा भनोट, एमई के गौरव गुप्ता, बीफार्मा की राजविदर कौर, एमफार्मा की शिल्पा कुमारी, एमफार्मा की रितू कुमारी, लॉ की छवि ओहरी, बीएएलएलबी की गुरमीत कौ, बीएड की सिमरनजीत कौर व एमएड की सर्बजीत कौर को स्वर्ण पदक भेंट करते हुए सम्मानित किया गया जबकि इनके अलावा 44 अन्य विद्यार्थियों को रजत व कांस्य पदक पहनाते हुए सम्मानित किया गया।

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