जिले के रेलवे स्टेशनों पर असुविधाओं की भरमार
अरुण कुमार पुरी, रूपनगर :
भारतीय रेलवे अपने यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने का दम तो भरता है, लेकिन रेलवे के तमाम दावे सच्चाई से कोसों दूर हैं। जिला रूपनगर की अगर बात करें तो आज भी जिले के कई रेलवे स्टेशन मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। जिले के अंतर्गत पड़ते नंगल डैम सहित आनंदपुर साहिब, कीरतपुर साहिब, घनौली तथा रूपनगर स्टेशन अति व्यस्त श्रेणी में आते हैं। नंगल डैम रेलवे स्टेशन पर जरूरत को देखते हुए नया प्लेटफार्म तो काफी समय पहले ही बना दिया गया था, लेकिन उक्त प्लेटफार्म पर आज तक शैड नहीं डाला गया। इसके अलावा फुट ओवर ब्रिज भी नहीं बनाया गया है। हैरानी तो इस बात की है कि ज्यादातर रेल गाड़ियां प्लेटफार्म नंबर दो-तीन पर ही आकर ठहरती हैं, बावजूद इसके रेलवे विभाग फुट ओवर ब्रिज बनाने में विलंब कर रहा है।
इसी प्रकार आनंदपुर साहिब रेलवे स्टेशन की अगर बात करें तो उक्त स्टेशन सिख पंथ के तीर्थ स्थल के नाम से जुड़ा होने के कारण काफी अहमियत रखता है तथा यहां रोजाना बड़ी संख्या में देश विदेश के श्रद्धालुओं का आना जाना लगा रहता है। फिर भी यहां पर खाने पीने की चीजों की कैंटीन नहीं है, जबकि शौचालयों की दशा अलग से दयनीय बनी हुई है।
उक्त स्टेशन को वर्ष 1999 में अपग्रेड तो किया गया था, लेकिन आज तक यहां एक अदद कैंटीन नहीं बनाई जा सकी। रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के लिए कोई भी सुविधा नहीं है, जबकि प्लेटफार्म के बिल्कुल साथ कोयला, सीमेंट व जिप्सम का डंप होने के कारण यहां हर समय जहरीली धूल उड़ती रहती है। इसी प्रकार घनौली रेलवे स्टेशन पर आज तक प्लेटफार्म की उंचाई को ही नहीं बढ़ाया गया, जबकि यहां यात्रियों के आने जाने की संख्या बहुत रहती है।
रूपनगर रेलवे स्टेशन की बात करें तो यहां पुराने प्लेटफार्म की उंचाई बढ़ाते हुए उसे काफी लंबा भी कर दिया गया है, लेकिन दूसरा प्लेटफार्म आज तक नहीं बनाए गए। इसके अलावा स्टेशनों पर गंदगी तो आम बात है।
क्या कहते हैं अधिकारी
इस बारे जब रेलवे विभाग के एसएस नरेश विज ने रटा-रटाया सा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि नार्दन रेलवे के जीएम ने किसी भी तरह की प्रतिक्रिया देने पर रोक लगा रखी हैं। इस बारे में जब नार्दन रेलवे यूजर बोर्ड के मेंबर रमेश गोयल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वह एक-एक कर जिले के सभी रेलवे स्टेशनों का जायजा ले रहे हैं। वह पूरी रिपोर्ट बना कर रेल मंत्रालय के अलावा बोर्ड की होने वाली बैठक में रखेंगे।
गाड़ियों पर नजर
जिले में एक जन-शताब्दी के अलावा एक मेल तथा पांच पैसेंजर गाड़ियां आती जाती हैं, जबकि इनके अलावा एक दिन नांदेड़ एक्सप्रेस का परिचालन होता है। एक दिन कोलकता वाली गुरमुखी एक्सप्रेस भी आती है जो 24 घण्टे के लिए नंगल रेलवे स्टेशन पर खड़ी रहती है। ऐसे में नंगल रेलवे स्टेशन पर दो ट्रैक तो इन्हीं दो गाड़ियों के कारण रुके रहते हैं।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर