यू डोन्ट हैव ए लॉट ऑफ टाइम का पोस्टर कमरे के बाहर लगा बीटेक स्टूडेंट ने की खुदकुशी
पंजाबी यूनिवर्सिटी के बीटेक स्टूडेंट ने फंदा लगा खुदकुशी कर ली।
जासं, पटियाला : यू डोन्ट हैव ए लॉट ऑफ टाइम हेयर.. स्माइल ऐज मच ऐज यू कैन। पोस्टर पर उक्त लाइन लिखने के बाद पंजाबी यूनिवर्सिटी के बीटेक स्टूडेंट ने फंदा लगा खुदकुशी कर ली। पंजाबी यूनिवर्सिटी के बाबा बंदा सिंह बहादर हॉस्टल के कमरा नंबर 135 में हुई घटना के बारे में सोमवार दोपहर करीब 12 बजे पता चला, जब कमरे के बगल में बने अन्य ब्लॉक के स्टूडेंट्स ने लाश लटकी देखी। मरने वाले की पहचान आदर्श (22) निवासी वार्ड नंबर एक हमीरपुर (हिमाचल प्रदेश) के रूप में हुई है। पीयू के प्रबंधकों ने थाना अर्बन एस्टेट पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद थाना इंचार्ज हैरी बोपाराय, डीएसपी सौरव जिदल मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटनास्थल की पड़ताल की लेकिन सुसाइड नोट नहीं मिला। आदर्श का मोबाइल लॉक था, जिस वजह से कोई सुराग नहीं लगा। परिवार वालों को घटना की जानकारी दे दी गई है।
दोस्त बोले, परेशान चल रहा था आदर्श
आदर्श ने साल 2019 में बीटेक कंप्यूटर की पढ़ाई पूरी कर ली थी लेकिन कुछ विषय में उसकी कंपार्टमेंट थी। कंपार्टमेंट क्लियर करने के लिए उसने दो बार कोशिश की थी लेकिन क्लियर नहीं हो पाई तो वह बार-बार फीस भरकर परेशान हो चुका था। पास आउट होने के कारण उसने हॉस्टल छोड़ दिया था लेकिन उसके गांव के कुछ युवक अभी भी हॉस्टल में ही थे। हॉस्टल में अपने दोस्तों के साथ वह अक्सर मिलने आता-जाता रहता था और कमरा नंबर 135 खाली होने के कारण वह कई बार इसमें रुक भी जाता था। हालांकि यह कमरा किसी के भी नाम पर अलॉट नहीं था। रविवार को भी वह अपने दोस्तों से मिला था और सोमवार सुबह भी उसने दोस्तों से मुलाकात की थी लेकिन सुबह 9 बजे के बाद उसे किसी ने नहीं देखा। बाद में 12 बजे के करीब उसकी लाश मिली। दोस्तों के अनुसार बार-बार कंपार्टमेंट आने के कारण आदर्श मानसिक रूप से परेशान रहने लगा था, हो सकता है कि इसी वजह से खुदकुशी की हो।
परिजनों के बयान और फोन की चेकिग के बाद होगा मामला क्लियर : एसएचओ
थाना अर्बन एस्टेट के इंचार्ज हैरी बोपाराय ने कहा कि आदर्श की मौत की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई थी, घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। हॉस्टल के कमरे में उसकी लाश लटकी हुई ही मिली है, ऐसे में लाश कब्जे में लेकर राजिदरा अस्पताल में रखवा दी है। यहां पर परिवार के बयान लेने व आदर्श के मोबाइल फोन की चेकिग के बाद मामला क्लियर होगा।