माता कौशल्या अस्पताल में दो व्हीलचेयर, एक स्ट्रेचर ओपीडी में रखा
पटियाला माता कौशल्या अस्पताल गर्भवतियों की चेकिंग और अधिक डिलीवरी के लिए प्रसिद्ध है जहां व्हीलचेयर की की सुविधा उपलब्ध करवा दी गई है।
जागरण संवाददाता, पटियाला : माता कौशल्या अस्पताल गर्भवतियों की चेकिंग और अधिक डिलीवरी के लिए प्रसिद्ध है, जहां व्हीलचेयर की की सुविधा उपलब्ध करवा दी गई है। अस्पताल प्रबंधन ने ओपीडी में दो व्हीलचेयर के साथ एक स्ट्रेचर भी रखवा दिया है, ताकि किसी भी गर्भवती या फिर बुजुर्ग व दिव्यांगों को डॉक्टर तक पहुंचने में दिक्कत न हो। वहीं, मालवा के सबसे बड़े राजिदरा अस्पताल में अभी तक हालात जस के तस हैं, यहां ओपीडी में कोई भी व्हीलचेयर नहीं रखवाई गई है। केवल हड्डियों की ओपीडी में निजी तौर पर दो स्ट्रेचर रखे हुए हैं, लेकिन व्हीलचेयर वहां भी नहीं है। ऐसे में साफ है कि राजिदरा अस्पताल प्रशासन ओपीडी के मरीजों के लिए गंभीर नहीं है। रोजाना ओपीडी में आते हैं 500 लोग चेकअप करवाने
माता कौशल्या अस्पताल में रोजाना 400 से 500 लोग रोजाना चेकअप करवाने आते हैं, जिनमें से लगभग आधी गर्ववती महिलाएं होती हैं और अन्य दूसरी बीमारियों के चेकअप के लिए आते हैं। वीरवार व शुक्रवार को दैनिक जागरण ने अभियान चलती रहे जिंदगी के तहत माता कौशल्या अस्पताल और राजिंदरा अस्पताल में बुजुर्गो व दिव्यांगों के लिए व्हीलचेयर व स्ट्रेचर मौजूद है या नहीं की जांच की थी। उस समय दोनों अस्पतालों में एक भी व्हीलचेयर या स्ट्रेचर मौजूद नहीं था। वहीं, माता कौशल्या अस्पताल प्रबंधन ने ओपीडी में दो व्हीलचेयर व एक स्ट्रेचर रखवा दिया गया है। वहीं, मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. रेणु अग्रवाल ने बताया कि अब किसी भी मरीज को व्हीलचेयर की परेशानी पेश नहीं आएगी। परेशान होकर पहुंचे डॉक्टर के पास
राजिदरा अस्पताल में आने वाले दिव्यांग व बुजुर्ग मरीज परेशानी झेलकर डॉक्टर तक पहुंचे। गांव खेड़ी मंडला से दुर्घटना में घायल बलविदर सिंह ने बताया कि वह दूसरी बार चेकअप करवाने के लिए आया है। पहले भी व्हीलचेयर नहीं मिली थी और आज भी कोई व्हीलचेयर उपलब्ध नहीं है। आज भी बैसाखी के सहारे ही चलकर ओडीपी तक आया है और डॉक्टर तक पहुंचा है। इमरजेंसी से मंगवाई व्हीलचेयर
सरहिद रोड से आई जसवीर कौर ने बताया कि वह चलने फिरने में सक्षम नहीं है। इसलिए राजिदरा अस्पताल में चेकअप के लिए आई तो ओपीडी में व्हीलचेयर नहीं मिली, तो उसके साथ आए लड़के इमरजेंसी से व्हीलचेयर लेकर आए। उससे ओपीडी में डॉक्टर के पास चेकअप करवाने पहुंची हैं। उन्होंने भी अपील की है कि ओपीडी के मरीजों के लिए व्हीलचेयर का इंतजाम किया जाए।