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सेकेंड ईयर एमबीबीएस स्टूडेंट्स ने जूनियर्स की रात भर की रैगिग, चारों सस्पेंड

सरकारी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस सेकेंड ईयर के स्टूडेंटस ने फ‌र्स्ट ईयर के स्टूडेंट्स की रात भर रैगिग की

By JagranEdited By: Published: Thu, 19 Sep 2019 11:56 PM (IST)Updated: Thu, 19 Sep 2019 11:56 PM (IST)
सेकेंड ईयर एमबीबीएस स्टूडेंट्स ने जूनियर्स की रात भर की रैगिग, चारों सस्पेंड
सेकेंड ईयर एमबीबीएस स्टूडेंट्स ने जूनियर्स की रात भर की रैगिग, चारों सस्पेंड

जागरण संवाददाता, पटियाला : सरकारी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस सेकेंड ईयर के स्टूडेंटस ने फ‌र्स्ट ईयर के स्टूडेंट्स की रात भर रैगिग की, जिस कारण कॉलेज प्रशासन ने उक्त चारों स्टूडेंट्स को 31 दिसंबर तक सस्पेंड कर दिया है। इस अवधि के दौरान वे न तो कॉलेज परिसर में शामिल होंगे और न ही किसी तरह के एग्जाम में बैठ सकेंगे। कॉलेज प्रशासन ने उनको आगामी वर्ष 2020 के लिए हॉस्टल से भी बाहर कर दिया है ।

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गौरतलब है कि मेडिकल कॉलेज के परिसर में चार ब्लॉक हैं, जिसमें सेकेंड ईयर व फ‌र्स्ट ईयर के स्टूडेंट्स अलग अलग ब्लॉक में रहते हैं। यह घटना शनिवार की है जब आधी रात के समय मेडिकल कालेज के सेकेंड ईयर के चार स्टूडेंट फ‌र्स्ट ईयर के हॉस्टल में गए और दरवाजा खटखटाया। जब उन्होंने दरवाजा खोला तो चारों भीतर गए और कमरे में रह रहे आठ-दस विद्यार्थियों की रैगिग करनी शुरू कर दी। पहले फ‌र्स्ट ईयर के स्टूडेंट्स से उनका नाम पूछा गया औैर उसके बाद उनसे एतराज योग्य सवाल पूछने के साथ-साथ उनको शर्मनाक हरकतें करने को कहा। स्टूडेंट्स ने इसका विरोध किया, लेकिन वे फिर भी देर रात तक उनको परेशान करते रहे। सुबह पीड़ित स्टूडेंट्स ने इसकी शिकायत अपने हॉस्टल के वार्डन को की और लिखित शिकायत प्रिसिपल के पास दी । फ‌र्स्ट ईयर के स्टूडेंट्स को उनकी पहचान नहीं थी कि वे स्टूडेंट्स थे या नहीं और अगर स्टूडेंट्स थे तो किस बैच के थे। ऐसे में पीड़ितों को सीनियरों की फोटो दिखाई गई, तो उन्होंने सेकेंड ईयर के चार स्टूडेंट्स को पहचान लिया। सभी को बुलाया गया तो उन्होंने अपनी गलती कबूल की ।

परिजनों को बुलाया और सुनाया फैसला

प्रिसिपल डॉ. केके अग्रवाल ने सभी आरोपित स्टूडेंटस सहित उनके परिवार को बुलाया और उनके सामने उन चारों को आगामी 31 दिसंबर तक कॉलेज से सस्पेंड कर दिया है। साथ ही उनकी कॉलेज में एंट्री बैन कर फैसला सुनाकर कहा कि वे 31 दिसंबर तक किसी तरह के एग्जाम में नहीं बैठेंगे। 31 दिसंबर 2020 तक उनको हॉस्टल के बाहर कर दिया है, साथ ही प्रत्येक स्टूडेंट को 25 हजार रुपये जुर्माना सुनाया है। अगर जुर्माना अदा नहीं करते तो उनको 31 दिसंबर 2019 के बाद क्लासें अटेंड नहीं करने दी जाएंगी । रैगिग बर्दाशत नहीं की जाएगी : डा. केके अग्रवाल

मेडिकल कॉलेज के प्रिसिपल डॉ. केके अग्रवाल ने कहा कि वे अपने कॉलेज में किसी किस्म की रैगिग को बर्दाशत नहीं करेंगे। रैगिग स्टूडेंट्स के लिए वो कलंक है जो कभी भी नहीं धुलता है। स्टूडेंटस भले सीनियर हो या जूनियर सभी स्टूडेंटस के मानवाधिकार हैं। इसलिए आरोपित चार स्टूडेंटस के खिलाफ सख्त कारवाई की गई है ।


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