नाभा जेल ब्रेक : सुखबीर ने कहा- हमले में पाकिस्तान का हाथ, विपक्ष ने सुबूत मांगे
पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर बादल ने कहा है कि नाभा जेल पर हमला कर आतंकियों को छ़ुड़ाने की घटना में पाकिस्तान का हाथ हाेने का शक है। विपक्ष ने इस पर उनसे इसका सबूत मांगा है।
जेएनएन, पटियाला। पंजाब के उप मुख्यमंत्री सुखबीर बादल ने नाभा जेल पर हमले मेें पाकिस्तान का हाथ होने की आशंका जताई है। उन्हाेंने कहा कि जिस तरह हथियारबंद लोगों ने जेल पर हमला कर दुर्दांत आतंकियों व गैंगस्टराें का छ़ुडाया वह पाकिस्तान की साजिश की ओर इशारा करता है। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ किसी कीमत पर पंजाब में अशांति फैलाने पर आमादा है। दूसरी ओर, विपक्ष ने उनसे इस बारे में सुबूत देने को कहा है।
यहां पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा,'हम पाकिस्तान व उसके समर्थक आतंकी संगठनों के जरिए पंजाब में अशांति फैलाने की कोशिशों को कामयाब नहीं होने देंगे।' सुखबीर बादल ने रविवार शाम नाभा जेल का निरीक्षण किया। उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया और पूरे घटनाक्रम के बारे में जानकारी ली।
पढ़ें : पंजाब जेल ब्रेक : छह आतंकी फरार, एक हमलावर यूपी से गिरफ्तार
उन्होंने कहा, मैंने पूरी घटना के बारे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को फोन पर पूरी जानकारी दी है। उन्होंने पूरे मामले में केंद्रीय एजेंसियों द्वारा पूरी मदद देने का भरोसा दिलाया है। उन्होंने कहा कि हम पाकिस्तान के नापाक मंसूबों को कभी कामयबा नहीं होने देंगे।
गौरतलब है कि सुखबीर इससे पहले बरगाड़ी कांड व गगनेजा हत्याकांड मामलों में भी पाकिस्तान का हाथ होने की बात कह चुके हैं, लेकिन अभी तक की जांच में यह साबित नहीं हो पाया है। इस बीच कांग्रेस के प्रदेश प्रधान दूसरी ओर, कांग्रेस के प्रदेश प्रधान कैप्टन अमरिंदर सिंह और आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने सुखबीर पर इस बयान को लेकर निशाना साधा है।
पढ़ें : जेल ब्रेक कांड : एक भाई कारगिल में शहीद, दूसरा बन गया गैंगस्टर
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि बिना राज्य सरकार की रजामंदी के बगैर जेल तोडऩा संभव नहीं है। 'आप' नेता संजय सिंह ने सुखबीर बादल व जेल मंत्री सोहन सिंह ठंडल का इस्तीफा मांगते हुए मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। दोनों नेताआें ने सुखबीर को पाकिस्तान कनेक्शन के बारे में सबूत पेश करने को कहा है।
तस्वीरें : नाभा जेल पर हमले से हड़कंप, सुखबीर व डीजीपी पहुंचे