डेपुटेशन नियमों में हुई सख्ती, अब टीचरों को चार साल का ही मिलेगा एक्सटेंशन
पंजाब और हरियाणा से चंडीगढ़ के सरकारी स्कूलों में डेपुटेशन पर आने वाले शिक्षक अब सालों तक यूटी में नहीं रह पाएंगे।
चंडीगढ़ [डॉ.सुमित सिंह श्योराण]। पंजाब और हरियाणा से चंडीगढ़ के सरकारी स्कूलों में डेपुटेशन पर आने वाले शिक्षक अब सालों तक यूटी में नहीं रह पाएंगे। यूटी प्रशासन ने शिक्षकों के डेपुटेशन नियमों को सख्त कर दिया है। यूटी में पंजाब और हरियाणा से आने वाले शिक्षकों को पहले एक साल और फिर अधिकतम 3 साल तक रखने का फैसला लिया है।
डेपुटेशन शिक्षकों का रिजल्ट और अन्य रिकार्ड बेहतर हुआ, तभी उन्हें अधिकतम चार साल तक डेपुटेशन पर रखा जाएगा। निर्धारित समय के बाद डेपुटेशन शिक्षकों को किसी भी हाल में एक्सटेंशन नहीं दिया जाएगा। यूटी में डेपुटेशन पर आने वाले शिक्षकों और अधिकारियों को लेकर यूटी प्रशासक वीपी सिंह बदनौर के कड़े निर्देशों के बाद शिक्षा विभाग ने डेपुटेशन के नए नियमों को लागू किया है। गौरतलब है कि यूटी के सरकारी स्कूलों में पंजाब और हरियाणा से डेपुटेशन पर आए शिक्षक पिछले 15 से 20 सालों से जमे हुए हैं। जबकि पहले शिक्षक 5 साल तक ही डेपुटेशन पर नियुक्ति पा सकते थे।
70 नए शिक्षक पंजाब-हरियाणाा से आएंगे डेपुटेशन पर
शिक्षा विभाग में 600 से अधिक शिक्षकों की कमी है। डेपुटेशन के भी काफी पद खाली हैं। शिक्षा विभाग द्वारा पंजाब और हरियाणा से कुल 70 टीजीटी कैडर के शिक्षकों को डेपुटेशन पर लाने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। दिल्ली से भी एक शिक्षिका को डेपुटेशन पर लिया गया है। इन शिक्षकों की लिस्ट फाइनल कर दी गई है। इन शिक्षकों के लेटर में साफ लिखा गया है कि उन्हें पहले एक साल और फिर अधिकतम तीन साल तक ही एक्सटेंशन मिलेगी।
लिस्ट में पंजाब से कुल 53 शिक्षक शामिल हैं। जिनमें एसएसटी के 33, मैथ्स 4, डीपीई 4, इंग्लिश 4 और मेडिकल और नॉन मेडिकल के 8 शिक्षक शामिल हैं। उधर, हरियाणा से 27 शिक्षकों को डेपुटेशन पर लिया जा रहा है। इन शिक्षकों में एसएसटी 11, मैथ्स 2, डीपीई 5,साइंस मेडिकल और नॉन मेडिकल 07 और होम साइंस के 2 टीचर शामिल हैं।
500 डेपुटेशन शिक्षकों की बढ़ेंगी मुश्किलें
शिक्षकों की डेपुटेशन को लेकर शिक्षा विभाग की ओर से नए नियमों के बाद यूटी में पंजाब और हरियाणा के 500 से अधिक शिक्षकों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। सूत्रों के अनुसार शिक्षा सचिव की ओर से 5 साल से अधिक समय से डटे हुए शिक्षकों की लिस्ट और उनका रिकार्ड मांगा गया है। 10 से उससे अधिक समय से डेपुटेशन शिक्षकों की विदाई अब तय मानी जा रही है। विभागीय सूत्रों के अनुसार विभाग जरूरत के हिसाब से नए शिक्षकों को डेपुटेशन पर बुलाने की तैयारी में है। उधर शिक्षा विभाग ने शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए सर्व शिक्षा अभियान(एसएसए) के तहत 605 शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया भी जल्द शुरू करने की तैयारी है।
खराब रिजल्ट के बाद विभाग हुआ सख्त
यूटी के सरकारी स्कूलों में इस साल 10वीं और 12वीं बोर्ड कक्षाओं का रिजल्ट सबसे खराब रहा है। कई स्कूलों में पास फीसद 5 फीसद तक है। ऐसे में शिक्षा विभाग ने अब रिजल्ट सुधाने के लिए डेपुटेशन पर भी अच्छे एकेडमिक रिकार्ड और बेहतर कम्युनिकेशन स्किल वाले टीचर्स को ही डेपुटेशन पर लेने का फैसला लिया है। सूत्रों के अनुसार शिक्षा सचिव और विषय एक्सपर्ट का पैनल डेपुटेशन पर आने के इच्छुक टीचर्स का इंटरव्यू लेकर उनके आने या नहीं आने पर फैसला लेगा।
बेहतर रिजल्ट देने वालों को ही एक्सटेंशन
डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन रुबिंदरजीत सिंह बराड़ का कहना है कि पंजाब और हरियाणा से आने वाले शिक्षकों के डेपुटेशन टाइम को निर्धारित कर दिया है। उनके यूटी में ज्वाइनिंग लेटर में भी इसे साफ कर दिया गया है। बेहतर रिजल्ट देने वाले शिक्षकों को ही नियमों के तहत हर साल एक्सटेंशन दी जाएगी।
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें