टंकी पर बिताई रात, पावरकॉम प्रबंधन बोला, कैसे दें नौकरी, विरोध जारी
पटियाला पावरकॉम के मृतकों के आश्रित नौकरी की मांग पर दूसरे दिन भी पानी की टंकी पर डटे रहे।
जागरण संवाददाता, पटियाला : पावरकॉम के मृतकों के आश्रित नौकरी की मांग पर दूसरे दिन भी पानी की टंकी पर डटे रहे। पावरकॉम के प्रबंधकीय सदस्य से मृतक आश्रित संघर्ष कमेटी के सदस्यों की बातचीत बेनतीजा रही। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि प्रबंधकीय सदस्य आरपी पांडव ने नौकरी देने में असमर्थता जताई। जिसके बाद कमेटी ने अनिश्चितकाल के लिए संघर्ष जारी रखने की घोषणा की।
वीरवार को विरोध प्रदर्शन करते हुए मृतक आश्रित संघर्ष कमेटी के आठ सदस्य राजपुरा कालोनी 66 केवी ग्रिड कालोनी की पानी की टंकी पर चढ़ गए थे। जिला प्रशासन के अधिकारियों ने उनको नीचे उतारने का प्रयास किया परंतु आश्रितों ने रात पानी की टंकी पर ही गुजारी। कमेटी के सदस्यों ने टंकी पर बैठे सदस्यों को कंबल और बिस्तर दिया। प्रदर्शनकारी नौकरी का पत्र देने की शर्त पर ही टंकी से नीचे उतरने की बात कर रहे हैं।
ड्यूटी के दौरान मौत होने पर उनके परिवार वाले पावरकॉम से नौकरी की मांग कर रहे हैं। मांग को लेकर आश्रित परिवारों ने राजपुरा कॉलोनी की 66 केवी ग्रिड कालोनी में रोष प्रदर्शन शुरू किया था जो दूसरे दिन भी जारी रहा। पानी की टंकी पर चढ़ने वालों में अरुण मित्तल बठिडा, विजय कुमार बठिडा, बलजीत सिंह तरनतारन और बुजुर्ग महिला परमजीत कौर लुधियाना शामिल हैं।
संघर्ष कमेटी के प्रधान अजय कुमार ने कहा कि 2002 से 2010 तक पावरकाम में ड्यूटी दौरान मौत का शिकार हुए मुलाजिमों के पारिवारिक सदस्य लंबे समय से नौकरी की मांग पर संघर्ष कर रहे हैं। लोकसभा चुनावों से पहले भी उनके संघर्ष दौरान पावरकॉम के प्रशासनिक सदस्य आरपी पांडव ने चुनावों के बाद नौकरी देने का वायदा किया था, परंतु आज शुक्रवार को उन्होंने मीटिग करते हुए नौकरी न दे पाने की मजबूरी जताई।