स्किन की बीमारी को भी योग के भगाया
योग से किसी भी रोग पर विजय पाई जा सकती है। ये कहना है शहर की सीमा का।
जागरण संवाददाता, पटियाला : योग से किसी भी रोग पर विजय पाई जा सकती है। ये कहना है शहर की सीमा का। सीमा ने योग से चार साल पुरानी स्किन की बीमारी 'सोरायसिस' को मात दी। सीमा ने बताया कि कपाल भाति व अनुलोम विलोम क्रियाएं कीं तो काफी आराम मिला। सीमा पिछले दो साल से पतंजलि योग समिति की प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सतविंदर कौर की देखरेख में न केवल योग की क्लासें लगा रही हैं, बल्कि इन दिनों आनलाइन प्रक्रिया से भी योग क्रियाएं करती रही हैं।
सीमा ने बताया कि चार साल पहले उसे स्किन की परेशानी हो गई थी। उसने एलोपैथी दवा खाई तो जब-जब वो दवा खाती थी उसे आराम मिल जाता, लेकिन बाद में फिर से बीमारी हो जाती थी। एक साल तक एलोपैथी दवा खाने के बाद आयुर्वेदिक दवा लेनी शुरू की। उसने भी असर नहीं दिखाया। जब एक साल तक बीमारी से निजाद नहीं मिली तो कुछ समय के लिए डिप्रेशन में आ गई। इसी दौरान उनकी मुलाकात योग करने वाली एक महिला से हुई और उसने योग में हिस्सा लेने का सुझाव दिया और वे भी तैयार हो गईं। सीमा रानी ने दो साल पहले योग सिखाने वाली महिला सतविंदर कौर के पास योग की क्लासें लगानी शुरू की। इस दौरान वो कपाल भाति व अनुलोम विलोम क्रिया दिन में दो बार करती रही। करीब एक साल तक सीमा ने योग किया तो उसे काफी हद तक आराम मिला। अब वो बिल्कुल तंदुरुस्त है। बकौल सीमा अब तो उसने दवा खानी भी बंद कर दी है। उसने कहा कि कोविड के कारण योग क्लासें लगनी बंद हुई तो आनलाइन क्लासें लगानी शुरू की।
योग सिखाने वाली सतविंदर कौर ने बताया कि उनके पास पहले भी कई महिलाएं योग के जरिए कई प्रकार के रोगों को दूर कर चुकी हैं लेकिन सोरायसिस की बीमारी ठीक होने का पहला केस आया है। योग करने से न केवल स्किन की बल्कि अन्य बीमारियों से छुटकारा मिल सकता है। योग करने से व्यक्ति की पाचन क्रिया दुरुस्त होती है और पाचन क्रिया दुरुस्त होने के बाद व्यक्ति का रक्त साफ होने लगता है। रक्त साफ होने के बाद न केवल सोरायसिस की बीमारी बल्कि चमड़ी की अन्य बीमारिया भी ठीक हो सकती हैं।
डा. अनिल गर्ग, जिला आयुर्वेदिक अधिकारी