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सरकार साड्डा खून चूसदी ऐ, ते तनख्वाह वी नी देंदी

पटियाला आंगनवाड़ी मुलाजिमों ने वीरवार को सरकार पर खून चूसने का आरोप लगाते हुए कहा कि ए कैप्टन सरकार साड्डी तनख्वाह तां देंदी नी ते साड्डा खून चूसदी ए।

By JagranEdited By: Published: Thu, 20 Feb 2020 11:51 PM (IST)Updated: Fri, 21 Feb 2020 06:09 AM (IST)
सरकार साड्डा खून चूसदी ऐ, ते तनख्वाह वी नी देंदी
सरकार साड्डा खून चूसदी ऐ, ते तनख्वाह वी नी देंदी

जागरण संवाददाता, पटियाला : आंगनवाड़ी मुलाजिमों ने वीरवार को सरकार पर खून चूसने का आरोप लगाते हुए कहा कि 'ए कैप्टन सरकार साड्डी तनख्वाह तां देंदी नी ते साड्डा खून चूसदी ए। इसलिए हम खुद ही सरकार को अपने शरीर का खून देने के लिए आ गई हैं। डीसी आफिस के बाहर आंगनबाड़ी वर्करों ने उनकी मांगे नहीं माने जाने के कारण वहां पर खुद सीरिज से अपना रक्त निकाला और डीसी के समक्ष प्रस्तुत करके कहा कि वे उनके खून को सरकार के पास पहुंचा दें। साथ ही चेतावनी भी दी है कि छह मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर वे जेल भरो आंदोलन के तहत जेल भरेंगी ।

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आंगनबाड़ी मुलाजिम यूनियन (सीटू) की जिला प्रधान जसविदर कौर, महासचिव शांती देवी के नेतृत्व में एकत्रित हुई और अपने शरीर से रक्त निकाला और मांगपत्र लिखकर सरकार के पास भेजा। रोष स्वरूप वे छह मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर देश में जेल भरो आंदोलन के दौरान जेल में जाएंगी, जिसकी सूचना के तौर पर उन्होंने सभी जिलों के डीसी को खून की शीशियों सहित जेल भरो आंदोलन संबंधित नोटिस और मांगपत्र दिया है। सूबा वित्त सचिव अमृतपाल कौर ने कहा कि पंजाब सरकार और केंद्र सरकार आंगनबाड़ी वर्कर, हेल्पर के साथ-साथ स्कीमों को अनदेखा किया गया है। पिछले 42 सालों से सेवाएं देने वाली वर्कर, हेल्पर गर्भकाल से लेकर छह साल की उम्र तक की जच्चा और बच्चा की सेहत संभाल और विकास के लिए काम करती हैं लेकिन खुद सामाजिक सुरक्षा, मेडिकल सहायता और गुजारे लायक भत्ते से भी वंचित हैं। पंजाब सरकार की पालिसी में आंगनबाड़ी वर्करों का कहीं भी जिक्र नहीं। पंजाब की 53 हजार वर्कर, हेल्परों में रोष है।

उन्होंने कहा कि एक तऱफ तो मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह मेहनताना देने की बात करते है। वहीं, आंगनबाड़ी मुलाजिमों को नौ साल के लंबे संघर्ष बाद मानभत्ते में हुई वृद्धि में 40 प्रतिशत राज्य का हिस्सा देने से इंकार कर दिया है। इस अवसर पर पर जिला वित्त सचिव कमलजीत कौर, सहायक वित्त सचिव खुशदीप शर्मा, माया कौर, प्रेम सेठी, अंग्रेज कौर, रणबीर कौर, अमरजीत कौर, मनजीत कौर राजपुरा, गुरप्रीत कौर, हरमेश कौर नाभा, रमनजीत समाना मौजूद रहे।


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