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रेलवे बोर्ड को भंग कर कंपनी बनाने की निदा

पटियाला इंडियन रेलवे इंप्लाइज फेडरेशन की मीटिग कामरेड मनोज पांडे की अध्यक्षता में गूगल मीट पर हुई। इस दौरान सर्वसम्मति से केंद्र सरकार द्वारा रेलवे बोर्ड को भंग कर कंपनी बनाने की निदा की।

By JagranEdited By: Published: Sat, 05 Sep 2020 12:05 AM (IST)Updated: Sat, 05 Sep 2020 12:05 AM (IST)
रेलवे बोर्ड को भंग कर कंपनी बनाने की निदा
रेलवे बोर्ड को भंग कर कंपनी बनाने की निदा

जागरण संवाददाता, पटियाला : इंडियन रेलवे इंप्लाइज फेडरेशन की मीटिग कामरेड मनोज पांडे की अध्यक्षता में गूगल मीट पर हुई। इस दौरान सर्वसम्मति से केंद्र सरकार द्वारा रेलवे बोर्ड को भंग कर कंपनी बनाने की निदा की। इस दौरान कामरेड मनोज पांडे, अध्यक्ष व कामरेड सरबजीत सिंह, महासचिव जुमेरदीन , संगठन सचिव इंडियन रेलवे इंप्लाइज फेडरेशन ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार कोरोना संकट से कोई सीख लेने की बजाए उसे सुनहरी अवसर मान अंधाधुंध साम्राज्यवादी नीतियों पर चल रही है और भारतीय रेलवे समेत देश के सभी सरकारी विभागों व संस्थानों का निजीकरण कर बड़े-बड़े देसी विदेशी कार्पोरेशनों के हवाले करने की करने के एजंडे पर तेजी से काम कर रही है। जिसके चलते उन्होंने रेलवे बोर्ड को तोड़कर कंपनी बनाते हुए ना सिर्फ रेलवे अधिकारियों के पदों के साथ छेड़छाड़ किया है, बल्कि बाहर से अधिकारी लगाने को भी हरी झंडी दे दी है। यह सीधे-सीधे दुनिया भर की कार्पोरेशनों की रेलवे में एंट्री करवाने के मकसद से किया जा रहा है।

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उन्होंने कहा भारतीय रेलवे देश का एक विशेष उपक्रम है जिसके ढांचे अपनी विशेष जरूरतें व विशेषताएं हैं। इसको तोड़ा जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। जिसको किसी भी हालत में सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इंडियन रेलवे इंपलाइज फेडरेशन इस तानाशाही फैसले का पुरजोर विरोध करती है और रेलवे कर्मचारियों तथा देश के लोगों से आह्वान करती है कि मोदी सरकार के तानाशाही व घातक फैसले का पुरजोर विरोध किया जाए।


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