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11 बाग विकसित किए, 50 से ज्यादा श्मशानघाट में लगाए फलदार, छायादार पौधे

राजेश शर्मा ने पचास से ज्यादा श्मशानघाट में जहां फलदार और छायादार पौधे लगाकर पर्यावरण को हरा-भरा किया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 10 Aug 2019 12:40 AM (IST)Updated: Sat, 10 Aug 2019 12:40 AM (IST)
11 बाग विकसित किए, 50 से ज्यादा श्मशानघाट में लगाए फलदार, छायादार पौधे
11 बाग विकसित किए, 50 से ज्यादा श्मशानघाट में लगाए फलदार, छायादार पौधे

जागरण संवाददाता, पटियाला : पटियाला, होशियारपुर, लुधियाना, फतेहगढ़ साहिब और संगरूर के पचास से ज्यादा श्मशान घाट में जहां फलदार और छायादार पौधे लगाए वहीं इन्हीं जिलों में 11 से ज्यादा बाग भी डवलप कर दिए। पौधारोपण के जरिए पर्यावरण संरक्षण में पिछले करीब ढाई दशक से जुटे राजेश शर्मा अपनी इस मुहिम को बसंत ऋतु यूथ क्लब के बैनर तले आगे बढ़ा रहे हैं। इस अभियान के तहत वह अब तक करीब ढाई लाख पौधे लगा चुके हैं और इसमें से 80 फीसदी से ज्यादा पौधों के सरवाइव होने का वह दावा करते हैं। उनके इस अभियान को पंजाब सरकार भी रिक्गनाइज कर चुकी है और राजेश शर्मा को साल 2005 में राज्य स्तरीय अवार्ड प्रदान किया गया।

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राजेश शर्मा बताते हैं कि बसंत ऋतु यूथ क्लब अब तक 560 वन महोत्सव आयोजित कर चुका है। जहां फलदार और छायादार पौधों वाले बाग डवलप किए गए वहीं करीब एक हजार खेती ट्यूबवैलों पर भी मुफ्त फलदार पौधे लगाए। पर्यावरण संरक्षण के लिए वह सिर्फ पौधारोपण ही नहीं कर रहे बल्कि पक्षी बचाओ अभियान भी चला चुके हैं। इसके तहत उन्होंने कीकर की लकड़ी से बने करीब 500 घोंसले जहां लोगों में मुफ्त बांटे वहीं वन विभाग की मदद से पार्कों में वृक्षों पर भी लगाए। पक्षियों के लिए घोंसले लगाए जाने के साथ ही पक्षियों के लिए पीने के पानी के कसोरे भी बांट चुके हैं।

00 जमीन के उपजाऊपन को देख कर ही कर रहे पौधारोपण

राजेश शर्मा बताते हैं कि दसवीं क्लास में पढ़ते हुए मन में समाज सेवा की भावना थी। साल 1990 में जब पंजाब में आतंकवाद जोरों पर था तो उस समय स्थानीय त्रिपड़ी इलाके के नौजवानों ने मिलकर यूथ क्लब बनाया। इस क्लब ने मुख्य रूप से पौधारोपण मुहिम शुरू की जो पिछले ढाई दशकों से चल रही है। पौधे लगाते हुए वह संबंधित इलाके की जमीन के उपजाऊपन को भी ध्यान में रखते हैं। उन्होंने बताया कि होशियारपुर बेल्ट में किन्नू, आम, मौसम्मी और आड़ू के पौधे लगाते हैं। दूसरी ओर पटियाला, लुधियाना, फतेहगढ़ साहिब और संगरूर में आम, अमरूद, जामुन, नींबू, चीकू, आड़ू, सीताफल के पौधे प्रमुख हैं।

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