सरकार बदलते ही सख्ती दिखाई तो पावरकॉम ने वसूल लिए 324 करोड़
पंजाब में सरकार बदलते ही पंजाब स्टेट पॉवर कारपोरेशन लिमिटेड ने बकाया बिजली बिलों की वसूली के लिए सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। यही कारण है कि पॉवरकॉम अब तक करोड़ों वसूल चुका है।
पटियाला [प्रदीप शाही]। पंजाब स्टेट पॉवर कारपोरेशन लिमिटेड (पावरकॉम) की सरकारी विभागों, घरेलू, औद्योगिक, कृषि व अन्य इकाइयों पर दिसंबर 2016 तक 1,118 करोड़ रुपये से अधिक की राशि बकाया थी। पावरकॉम प्रशासन ने सख्ती करते हुए राज्यभर में से दो माह में 324 करोड़ रुपये से अधिक की राशि वसूल कर ली है।
पावरकॉम ने कुल बकाया राशि का लगभग 29 फीसद वसूल लिया है। गौर हो कि पावरकॉम ने राज्यभर को पांच जोन (बॉर्डर जोन, सेंट्रल जोन, वेस्ट जोन, नॉर्थ जोन व साउथ जोन) में विभाजित किया है। इन जोन के अधीन आने वाले सरकारी विभागों पर दिसंबर तक 720 करोड़ रुपये और अन्य इकाइयों पर 398 करोड़ रुपये से अधिक की राशि बकाया थी।
पावरकॉम ने बीते दो माह में कुल 324 करोड़ रुपये की राशि वसूली है। इनमें बॉर्डर जोन से 89 करोड़, सेंट्रल जोन से 61, वेस्ट जोन से 56, नॉर्थ जोन से 58 व साउथ जोन से 60 करोड़ रुपये की राशि वसूली है। यह कुल फंसी राशि का 28.98 फीसद है। वसूली गई राशि सरकारी व अन्य कनेक्शनों पर बकाया थी। पावरकॉम के आंकड़ों के अनुसार दिसंबर 2016 तक सरकारी विभागों व अन्य कनेक्शनों पर 291 करोड़, औद्योगिक इकाइयों पर 34 करोड़, कृषि क्षेत्र पर 1.83 करोड़, दुकानदारों पर 57.52 करोड़ व अन्य उपभोक्ताओं पर 2.97 करोड़ रुपये की राशि बकाया है। बॉर्डर जोन में 210.16 करोड़, नॉर्थ जोन में 22.11 करोड़, वेस्ट जोन में 55.94 करोड़, सेंट्रल जोन में 46.25 करोड़ व साउथ जोन में 64.32 करोड़ की राशि बकाया है। सरकारी विभागों पर बॉर्डर जोन में 213.99 करोड़, नॉर्थ जोन में 99.76 करोड़, वेस्ट जोन में 176.77 करोड़, सेंट्रल जोन में 3.02 करोड़ और साउथ जोन में 119.67 करोड़ रुपये की राशि बकाया थी। पावरकॉम ने बीते समय में 2.50 लाख से अधिक डिफाल्टरों के कनेक्शन काटने के भी आदेश जारी किए हैं। पावरकॉम ने 11 हजार से अधिक उपभोक्ताओं के खिलाफ अदालती कार्रवाई भी की हुई थी।
बकाया वसूली को अभियान जारी : निदेशक शर्मा
पवरकॉम के निदेशक वितरण केएल शर्मा ने उक्त आंकड़ों की पुष्टि करते बताया कि मार्च माह में पावरकॉम ने जो सख्ती बरती, उसके परिणाम बेहद सकारात्मक निकले हैं। आशा है कि आगामी कुछ माह में शेष बकाया राशि भी हम वसूल लेंगे। जो भी डिफाल्टर हैं, उन पर दबिश बनाने का काम जारी रखा जाएगा।
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