Move to Jagran APP

जाली नोट के बहाने फर्जी पुलिस रेड कराने वाले मास्टरमाइंड का रिमांड बढ़ा

नकली नोट देने के बहाने लोगों को बुलाकर फर्जी रेड करवाने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड का पुलिस रिमांड दो दिन बढ़ गया है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 16 Jun 2021 09:31 PM (IST)Updated: Wed, 16 Jun 2021 09:31 PM (IST)
जाली नोट के बहाने फर्जी पुलिस रेड 
कराने वाले मास्टरमाइंड का रिमांड बढ़ा
जाली नोट के बहाने फर्जी पुलिस रेड कराने वाले मास्टरमाइंड का रिमांड बढ़ा

जागरण संवाददाता, पटियाला : नकली नोट देने के बहाने लोगों को बुलाकर फर्जी रेड करवाने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड का पुलिस रिमांड दो दिन बढ़ गया है। सीआइए स्टाफ की सिटी विग ने मास्टरमाइंड विजय कुमार निवासी नरवाणा जिला जींद हरियाणा, संजीव निवासी वाल्मीकि मोहल्ला मोरपत्ती नरवाणा जिला जींद हरियाणा, सनी उर्फ सनी शर्मा निवासी पुरानी कोटर रोड नरवाणा जिला जींद हरियाणा, सतिदर निवासी उचाना कलां नरवाणा थाना उचाना जिला जींद हरियाणा व सनी उर्फ सनी कनड़ी निवासी गांव कनहेड़ी थाना टोहाना जिला फतेहाबाद, हरियाणा को रिमांड खत्म होने पर बुधवार को अदालत में पेश किया गया था। अदालत ने मास्टरमाइंड विजय व उसके साथी सतिदर का पुलिस रिमांड दो दिन बढ़ा दिया है। इसकी पुष्टि करते हुए इंस्पेक्टर शमिदर सिंह ने कहा कि फिलहाल मामले में दो लोगों का पुलिस रिमांड बढ़ा है जबकि अन्य तीनों आरोपितों को 14 दिन के न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। इसके अलावा फरार चल रहे चार आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए रेड की जा रही है।

loksabha election banner

उक्त गैंग ने चंडीगढ़ के कारोबारी शिव शंकर को 9 मई को नकली नोट देने के बहाने पातड़ां इलाके में बुलाया था, जहां पर इन आरोपितों ने नकली हरियाणा पुलिस बनकर रेड की। रेड का डर दिखाते हुए शिव शंकर से तीन लाख रुपये लूट लिए थे। करीब एक महीने की लंबी पड़ताल के बाद सीआइए इंस्पेक्टर शमिदर सिंह व उनकी टीम ने सीनियर अफसरों की देखरेख में उक्त पांचों आरोपितों को गिरफ्तार किया था। शिव शंकर की भूमिका भी शक के दायरे में

नौ मई की लूट की घटना के बाद शिव शंकर ने पुलिस को केस दर्ज करवाया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि विशाल नामक व्यक्ति उन्हें तीन साल से जानता था। उसने मिठाइयों का कारोबार संबंधी मशीनें सस्ती दिलाने के लिए पातड़ां बुलाया, जहां पर उन्हें लूट लिया गया। पुलिस ने उस समय विशाल नामक व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज किया, जो असल में विजय कुमार था। वहीं गैंग की गिरफ्तारी के बाद खुलासा हुआ कि शिव शंकर नकली नोट खरीदने पहुंचे थे, जिस वजह से उनकी भूमिका की भी जांच की जा रही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.