सीएम आवास में धन्यवाद करने वालों से भी डरने लगी पुलिस
पटियाला दूध का जला छाछ भी फूंक-फूंक कर पीता है यह कहावत सोमवार को पटियाला पुलिस पर बिलकुल ठीक बैठ गई क्योंकि पुलस ने मोती महल की तरफ जा रहे एक काफिले को करीब डेढ घंटे तक बेरिकेड लगाकर रोककर रखा।
जागरण संवाददाता, पटियाला
दूध का जला छाछ भी फूंक-फूंक कर पीता है यह कहावत सोमवार को पटियाला पुलिस पर बिलकुल ठीक बैठ गई, क्योंकि पुलस ने मोती महल की तरफ जा रहे एक काफिले को करीब डेढ घंटे तक बेरिकेड लगाकर रोककर रखा। काफी जांच पड़ताल के बाद पता लगा कि यह काफिला तो मुख्यमंत्री की पत्नी और सांसद परनीत कौर को धन्यवाद करने जा रहे थे। लेकिन धरने से डरे पुलिस मुलाजिमों और खुफिया तंत्र के मुलाजिमों ने महल में से फोन आने के बाद ही काफिले को आगे बढ़ने की मंजूरी दी। धन्यवाद करने जा रहे काफिले के डर से जहां कई घंटे पुलिस मुलाजिमों को हाथ पैर फूले रहे, वही सीआइडी के मुलाजिम भी इस काफिले की असलियत जानने के लिए हाथ पैर मारते रहे।
जानकारी अनुसार सोमवार को सुबह करीब 11 बजे मृतक आश्रित संघर्ष समिति (पीएसपीसीएस) की एकत्रित हुए। नौकरियों मिलने के आश्वासन के बाद कमेटी सदस्यों ने सांसद परनीत कौर का धन्यवाद करने का फैसला किया और काफिला मोती महल की तरफ रवाना हो गया। पंजाब सरकार जिदाबाद, परनीत कौर जिदाबाद जैसे नारे लगाते हुए काफिला वाईपीएस चौक के पास पहुंचा तो पुलिस चौकस हो गई। पुलिस ने किसी की एक न सुनते उन्हें वहीं रोक कर बैरिकेड लगाकर रोक दिया। काफिले की तरफ से परनीत कौर का धन्यवाद करने की बात भी कही गई लेकिन सीएम आवास के घेराव से डरी पुलिस ने किसी को आगे न जाने दिया। आखिर डेढ़ घंटे बाद महल के अंदर से मंजूरी मिलने पर काफिले को धन्यवाद करन के लिए जाने दिया गया। लंबे संघर्ष के बाद नौकरी की आस जगी
मृतक आश्रित संघर्ष समिति पंजाब पीएसपीसीएल प्रधान अरुण मित्तल ने कहा कि समिति सदस्यों की तरफ से पावरकॉम में नौकरियां लेने के लिए लंबे समय से संघर्ष किया जा रहा है। कोई सुनवाई न होने पर उनके यूनियन सदस्य दो बार पानी की टंकी पर भी चढ़ चुके हैं। जिसके बाद अब पावरकॉम में आश्रित सदस्यों को सांसद परनीत कौर ने नौकरी देने का भरोसा दिया गया। इसी के तहत कमेटी सदस्यों की तरफ से सांसद परनीत कौर का धन्यवाद करने का फैसला किया था। जिन्हें सीएम आवास की तरफ जाने से काफी देर तक पुलिस ने रोककर रखा।