राजनीतिक चेयरमैन आएंगे, तभी होगा कॉलोनी का विकास
इंप्रूवमेंट ट्रस्ट की सत्या एनक्लेव में सड़क सीवरेज और बिजली की मांग पर चेयरपर्सन के पास गए प्लाट होल्डर्स ने आरोप लगाया कि चेयरपर्सन ने कहा कि वे कुछ समय के लिए ही इस सीट पर है जल्द ही राजनीतिक चेयरमैन आएंगे और कॉलोनी की डेवलपमेंट होगी।
संजय वर्मा, पटियाला : इंप्रूवमेंट ट्रस्ट की सत्या एनक्लेव में सड़क, सीवरेज और बिजली की मांग पर चेयरपर्सन के पास गए प्लाट होल्डर्स ने आरोप लगाया कि चेयरपर्सन ने कहा कि वे कुछ समय के लिए ही इस सीट पर है जल्द ही राजनीतिक चेयरमैन आएंगे और कॉलोनी की डेवलपमेंट होगी। वहीं इंप्रूवमेंट ट्रस्ट की चेयरपर्सन सुरभि मलिक ने कहा कि वे कैसे इस तरह कह सकतीं हैं? प्लाट होल्डर्स चुनाव आचार संहिता के दौरान उनके पास आए थे। चुनावों के दौरान कोई हेड आफिस से किसी तरह की मंजूरी नहीं मिल सकती थी। इंजीनियरिग ब्रांच को बाकी के काम पूरा करने को कह दिया है।
डवलपमेंट न होने से परेशान सत्या एनक्लेव के प्लाट होल्डर्स ने शुक्रवार को रोष जताते हुए कहा कि सत्या एनक्लेव का ड्रा फरवरी 2013 को इंप्रूवमेंट ट्रस्ट ने निकाला था। 34 आवेदकों को प्लाट दिये गए। ड्रा से पहले आवेदकों को सड़क, सीवरेज और बिजली सप्लाई देने को कहा गया था। ट्रस्ट अधिकारियों ने कहा था कि प्लाट होल्डर्स अपने नक्शे पास करवा काम शुरू कर ले इसी दौरान ट्रस्ट बाकी की डवलपमेंट करवा देगा। प्लाट होल्डर्स मुताबिक अब यहां पर 10 प्लाटों पर कंस्ट्रक्शन कंपलीट होने को है परंतु अभी तक ट्रस्ट बिजली की सुविधा भी नहीं दे सका। हालांकि बिजली बोर्ड ने एनओसी जारी कर दी है परंतु ट्रस्ट ने बिजली विभाग के पास पैसे जमा नहीं कराए। उन्होंने कहा कि प्लाट लेने के 3 साल बाद से इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के चक्कर काट रहे हैं। बावजूद इसके कोई भी अधिकारी उनको रास्ता नहीं दे रहा। प्लाट होल्डर्स ने ट्रस्ट एसडीओ एपी सिंह पर खराब व्यवहार करने का आरोप लगाया।
प्लाट होल्डर्स नवनीत बांसल, अनिल बांसल, राहुल मित्तल, गोपाल बांसल, रमन बहल, नवीन शर्मा, विनोद सिगला, पंकज गोस्वामी ने रोष जताते हुए कहा कि सीवरेज डालने की मांग पर ट्रस्ट एसडीओ एपी सिंह तलख मिजाज से जवाब देते हुए कहते हैं कि उनको सब पता है। महंगे दामों पर ट्रस्ट से प्लाट खरीदने के बावजूद 6 साल बाद भी प्लाट होल्डर्स सत्या एनक्लेव की डवलपमेंट के लिए चक्कर काट रहे हैं। आधी अधूरी सुविधाओं के चलते कुछ प्लाट होल्डर्स अभी तक वहां अपनी मकान बनाने से कतरा रहे हैं। सीवरेज कांट्रेक्टर को टरमीनेट करने को कहा: सुरभि
ट्रस्ट एक लाख से ज्यादा फंड खर्च करने के लिए पहले रेज्युलेशन डाल कर सरकार को भेजना पड़ता है। ट्रस्ट अपने स्तर पर फैसला नहीं ले सकता। इंजीनियरिग ब्रांच को एस्टीमेंट बनाने को कहा था। एडमिनिस्ट्रेटिव अप्रूव्ल आने के बाद काम भी शुरू हो जाएगा। सत्या एनक्लेव के लोग उनके पास मॉडल कोड आफ कंडक्ट दौरान आए थे। कोड कारण उनकी किसी नए काम की मंजूरी नहीं मिल सकती थी। सीवरेज के काम में ठेकेदार से कुछ दिक्कत आ रही थी। उन्होंने तो कांट्रेक्टर को आखिरी मौका देने के साथ-साथ समस्या हल न होने पर उसको टरमीनेट तक करने को कह दिया था।
- सुरभि मलिक, चेयरपर्सन, इंप्रूवमेंट ट्रस्ट, पटियाला
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