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नोट बंदी : प्लास्टिक मनी बनी सहारा, बगैर मोलभाव के लोग खरीद रहे सामान

नोटबंदी के बाद पंजाब के बाजारों में प्‍लास्टिक मनी का खूब इस्‍तेमाल हा‍े रहा है। लोग क्रेडिट, डेबिट कार्ड और पेटीएम का इस्‍तेमाल कर रहे हैं।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Wed, 16 Nov 2016 09:55 AM (IST)Updated: Wed, 16 Nov 2016 12:10 PM (IST)
नोट बंदी : प्लास्टिक मनी बनी सहारा, बगैर मोलभाव के लोग खरीद रहे सामान

जेएनएन, पटियाला। नोटों की किल्लत को देखते हुए बड़ी संख्या में लोगों ने प्लास्टिक मनी का प्रयोग करना शुरू कर दिया है। प्लास्टिक मनी का सबसे अधिक प्रयोग होटलों, पेट्रोल पंपों व शॉपिंग मॉल्स के बड़े शोरूम में देखने को मिल रहा है। पुराने नोटों की समस्या से जूझ रहे दुकानदारों ने अपने शोरूम पर पेटीएम के अलावा कई बैंकों के डेबिट और क्रेडिट कार्ड प्रयोग करने के स्टिकर लगा दिए हैं।

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शहर के अधिकतर पेट्रोल पंपों पर अब प्लास्टिक मनी से लोग पेट्रोल भरवाने को तरजीह दे रहे हैं। होटलों पर भी प्लास्टिक मनी का अधिक प्रयोग हो रहा है। प्रमुख स्टोर्स सहित मॉडर्न रिटेल कारोबारियों को अब सबसे ज्यादा ग्राहकी प्लास्टिक मनी से मिली है। कई बैंकों के नुमाइंदों ने भी माना कि क्रेडिट कार्ड का आवेदन करने वालों की मांग बढ़ी है।

होटल वाले स्वीकार कर रहे पुरानी करंसी

कुछ होटल वाले पुरानी करंसी भी स्वीकार कर रहे हैं। एक होटल के मालिक ने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि वह पुराने 500 और 1000 रुपये की करंसी को केवल इसलिए स्वीकार कर रहे हैं, ताकि उनके बिजनेस पर बुरा प्रभाव न पड़े। साथ में एक लाभ भी हो गया है कि होटलों में समूचा काम बिल के माध्यम से होने से सर्विस टैक्स जमा हो रहा है। ऐसे में पुराने नोटों को बैंक में आसानी से जमा करवाया जा सकेगा।

एक दुकानदार के शीशे पर लगाया गया नोटिस, जिसमें डेबिट व क्रेडिट कार्ड की सुविधा मिलने का जिक्र किया गया है।

लुधियाना। पुराने नोट बंद होने से जहां आम लोग परेशान हैं, वहीं पुराने नोटों की खपत इलेक्ट्रॉनिक सामान, कंज्यूमर ड्यूरेबल शोरूमों में जमकर हो रही है। नोट बंदी का प्रभाव होटल, रिजोर्ट्स व रेस्तरां के कारोबार पर भी पड़ा है, लेकिन फिरोजपुर रोड स्थित कई शोरूमों में जब पड़ताल की तो किसी ने भी पुराने नोट लेने में आनाकानी नहीं की। ग्राहक भी ज्यादा मोलभाव नहीं कर रहें। लोग महंगी एलइडी, फ्रिज, वॉशिंग मशीनें खरीदार रहे हैं। सोने पर आयकर विभाग की नजर होने के बाद महंगे कंज्यूमर ड्यूरेबल ही ऐसी वस्तु है जहां भारी संख्या में नोट खपाए जा सकते हैं। ऐसे में इलेक्ट्रॉनिक शॉप्स में काफी भीड़ देखी जा रही है। सूत्रों की मानें तो काला धन रखने वाले ज्यादातर लोग अब कंज्यूमर ड्यूरेबल को पुराने नोट खपाने का बेहतरीन तरीका मान रहे हैं।

महंगे स्मार्टफोन की बिक्री भी बढ़ी : छोटे व सस्ते फीचर्स वाले फोन की बिक्री में भारी कमी आई है, जबकि अत्यंत महंगे स्मार्टफोन की बिक्री ने एकदम जोर पकड़ लिया है। आइफोन 6 व 7 की मांग सबसे ज्यादा है। कई लोगों ने तो दर्जनों फोन खरीद कर रख लिए हैं। इस शर्त पर कि वह पेमेंट पुराने 500 व 100 के नोट में करेंगे।

होटलों व रिजोर्ट्स के फंक्शन रद: नोटबंदी के चलते होटल व रिजोर्ट्स 100 के करीब फंक्शन रद हो चुके हैं। लोग पुराने नोट स्वीकार करने की शर्त पर फंक्शन करना चाहते हैं। वे चेक देने को भी तैयार नहीं हैं। पंजाब होटल एवं रेस्तरां एसोसिएशन के अध्यक्ष मंजीत नागपाल के अनुसार पिछले एक सप्ताह के दौरान विभिन्न होटलों व रिजोर्ट्स में सौ के करीब शादियां रद हो चुकी हैं। यह आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है।


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