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ऑनलाइन भुगतान के बावजूद भी लोगों ने नहीं भरा टैक्स

पटियाला कोरोना महामारी में आर्थिक संकट झेलने के बाद नगर निगम अब फंड जुटाने में लगी है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 20 Jun 2020 12:04 AM (IST)Updated: Sat, 20 Jun 2020 12:04 AM (IST)
ऑनलाइन भुगतान के बावजूद भी लोगों ने नहीं भरा टैक्स
ऑनलाइन भुगतान के बावजूद भी लोगों ने नहीं भरा टैक्स

जागरण संवाददाता, पटियाला : कोरोना महामारी में आर्थिक संकट झेलने के बाद नगर निगम अब फंड जुटाने में लगी है। ऑनलाइन टैक्स के भुगतान का विकल्प देने के बाद भी प्रॉपर्टी टैक्स और सीवरेज, वाटर सप्लाई के बिलों की वसूली कम हो रही है। क‌र्फ्यू के दौरान आय न होने के कारण नगर निगम को अप्रैल और मई में नौ करोड़ रुपये का नुकसान झेलना पड़ा। सरकार से ढाई करोड़ जीएसटी और एक्साइज रिफंड मिलने से कुछ राहत मिली है। निगम कमिश्नर पूनमदीप कौर ने कहा कि निगम के हालात सामान्य हो रहे हैं।

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फिजिकल डिस्टेंस के साथ नगर निगम की प्रॉपर्टी टैक्स और सीवरेज, वाटर सप्लाई ब्रांच खोली गई है, लेकिन टैक्स भरने और बिल भरने वालों की कमी खल रही है। 18 से 26 मई तक निगम को महज 10 लाख ऑनलाइन प्रॉपर्टी टैक्स मिला। अब तक प्रॉपर्टी टैक्स की वसूली करीबन 70 लाख है। प्रॉपर्टी टैक्स ब्रांच के सुपरिटेंडेंट रमिदर सिंह ने कहा कि रूटीन में पांच से छह लाख रुपये प्रॉपर्टी टैक्स के मिलते थे अब घट कर दो लाख रह गए हैं। जो लोग पहले टैक्स भर चुके हैं उनको ऑनलाइन प्रॉपर्टी टैक्स भरने को कहा जा रहा है। अब तक तीस हजार करदाताओं को मैसेज भेजे जा चुके हैं।

वाटर सप्लाई और सीवरेज के बिलों का भुगतान उम्मीद के मुताबिक नहीं है। निगम अगले सप्ताह वाटर सप्लाई और सीवरेज के बिलों का ऑनलाइन भुगतान की सुविधा शुरू करने जा रही है। बिलिग ब्रांच ने निगम की आय बढ़ाने के लिए नए बिल जेनरेट किये हैं। वाटर सप्लाई के करीबन तीन लाख के बिल पेंडिग पड़े हैं।

विज्ञापन से आय का प्रयास

निगम की आय को संभालने के लिए शहर के यूनिपोल के टेंडर कॉल किये जा रहे हैं। कोरोना के कारण विज्ञापन के तीस लाख रुपये निगम को नहीं मिले। एक बार फिर टेंडर कर कांट्रेक्टर को आकर्षित करने का प्रयास किया जाएगा। हालांकि कंपनियां इस समय विज्ञापन पर पैसा खर्च करने से गुरेज कर रही है। वेतन के लिए चाहिए सवा पांच करोड़ रुपये

निगम मुलाजिमों को वेतन देने के लिए सवा पांच करोड़ रुपये की जरूरत है। लॉकडाउन में आर्थिक हालात बिगड़ने के कारण मुलाजिमों को अप्रैल और मई का वेतन 15 दिन की देरी से मिला। इस बार भी वेतन में देरी हो सकती है। कोट्स

कोरोना के कारण निगम को टैक्स की वसूली न होने के कारण घाटा झेलना पड़ा है। परंतु अब हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे है। सरकार ने निगम को ढाई करोड़ रुपये टैक्स रिफंड मिला है। निगम ने सरकार ने एक्साइज का चार करोड़ रिफंड लेना है। उम्मीद है बाकी का रिफंड भी जल्द मिल जाएगा।

..पूनमदीप कौर, कमिश्नर, नगर निगम, पटियाला --संजय वर्मा--


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