लड़का हो या लड़की, हम तो बधाई मांगेंगे
लड़का पैदा हो या लड़की हमें इस बात से कोई मतलब नहीं है । न ही हमें इस बात से कोई सरोकार है कि जिस घर में ब'चा पैदा हुआ है वो गरीब, मध्यम है या फिर अमीर, हम तो बधाई मांगेंगे।
सुरेश कामरा, पटियाला
लड़का पैदा हो या लड़की हमें इस बात से कोई मतलब नहीं है । न ही हमें इस बात से कोई सरोकार है कि जिस घर में बच्चा पैदा हुआ है वो गरीब, मध्यम है या फिर अमीर, हम तो बधाई मांगेंगे। माता कौशल्या अस्पताल में पिछले कई सालों से बधाई मांगने का सिलसिला लगातार जारी है। हालांकि इसके लिए अस्पताल प्रशासन सख्ती कर चुका है कि कोई भी वार्ड अटेंडेंट और सफाई सेवक डिलीवरी करवाने आए परिवार से बधाई के रुपये नहीं मांगेगा ।
गंदे कपड़े की सफाई की दी जाती है दुहाई
कई बार प्रशासन की तरफ से लेबर रूम के बाहर भी लिखकर नोटिस बोर्ड लगाया जा चुका है कि अस्पताल का कोई भी मुलाजिम अगर बधाई मांगता है तो उसकी शिकायत अस्पताल प्रबंधकों के पास की जाए। बावजूद बोर्ड लगाने के सफाई सेवक सहित दर्जा चार कर्मचारी खासकर महिलाएं डिलीवरी होने वाले परिवार से बधाई मांगने से पीछे नहीं हटते हैं। सफाई सेवक व दर्जा चार मुलाजिम बधाई की दुहाई यह देते हैं कि उनको मरीजों के गंदे कपड़े साफ करने पड़ते हैं और उनकी संभाल करनी पड़ती है । जबकि मरीजों के परिवार के सदस्य अपने मरीज की पूरी संभाल करते हैं । एक सप्ताह पहले गांव दौणकलां की एक महिला कलावंती के घर पर लड़की पैदा हुई है। वह तीन से चार दिनों तक अस्पताल में दाखिल रही तो उसके परिजनों से दर्जा चार कर्मियों ने चार से पांच सौ रुपये बतौर बधाई के लिए हैं। इसी तरह अर्बन एस्टेट के साथ लगते इलाके के पु¨ष्पदर ¨सह ने बताया कि उसके घर लड़का हुआ है । जैसे लड़के के बारे में उनको बताया गया तो बधाई मांगने का सिलसिला जारी हो गया । हालांकि कई लोग तो खुद की खुशी से भी रुपये देते हैं लेकिन बधाई मांगने की जबरदस्ती अस्पताल में बदस्तूर जारी है ।
मुझे शिकायत करें
मैने पहले ही इस मामले पर सख्ती कर रखी है कि कोई भी सफाई सेवक या फिर दर्जा चार कर्मचारी बधाई नहीं मांगेगा। अगर फिर भी कोई शिकायत है तो मैं इस बात पर गौर करूंगी । लोग मुझसे सीधे तौर पर शिकायत भी कर सकते हैं ।
रेनू अग्रवाल, एमएस माता कौशल्या अस्पताल