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ट्रांसपोर्ट सचिव ने मांगा बैकलॉग व एडि¨टग किए ड्राइ¨वग लाइसेंस का रिकॉर्ड

राज्य भर में स्थित ड्राइ¨वग ट्रैक पर ड्राइ¨वग लाइसेंस में गड़बड़ी की आशंका को लेकर डिपार्टमेंट के सचिव ने एडि¨टग ड्राइ¨वग लाइसेंस का रिकॉर्ड तलब किया है। डिपार्टमेंट के सचिव की ओर से पटियाला के आरटीए दफ्तर से भी ड्राइ¨वग लाइसेंस का रिकॉर्ड डिपार्टमेंट को भेजने के निर्देश दिए हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 16 Nov 2018 06:16 PM (IST)Updated: Fri, 16 Nov 2018 06:16 PM (IST)
ट्रांसपोर्ट सचिव ने मांगा बैकलॉग व एडि¨टग किए ड्राइ¨वग लाइसेंस का रिकॉर्ड
ट्रांसपोर्ट सचिव ने मांगा बैकलॉग व एडि¨टग किए ड्राइ¨वग लाइसेंस का रिकॉर्ड

जागरण संवाददाता, पटियाला

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राज्य भर में स्थित ड्राइ¨वग ट्रैक पर ड्राइ¨वग लाइसेंस में गड़बड़ी की आशंका को लेकर डिपार्टमेंट के सचिव ने एडि¨टग ड्राइ¨वग लाइसेंस का रिकॉर्ड तलब किया है। डिपार्टमेंट के सचिव की ओर से पटियाला के आरटीए दफ्तर से भी ड्राइ¨वग लाइसेंस का रिकॉर्ड डिपार्टमेंट को भेजने के निर्देश दिए हैं। उधर, वहीं दूसरी ओर आरटीए पटियाला की ओर से रिकॉर्ड एकत्रित करने के लिए क्लर्क राजेश शर्मा की ड्यूटी लगाई गई है। क्लर्क को मार्क की गई चिट्ठी में निर्देश दिए गए हैं कि पिछले समय में बैकलॉग व एडि¨टग हुए ड्राइ¨वग लाइसेंस का रिकॉर्ड 15 दिनों के भीतर डिपार्टमेंट को देना है। उधर, इस मामले पर संबंधित क्लर्क कुछ बोलने को तैयार नहीं है।

क्या है मामला

बता दें कि ड्राइ¨वग ट्रैक पर पक्का ड्राइ¨वग लाइसेंस बनवाने के लिए ड्राइ¨वग टेस्ट देना पड़ता है। अगर कोई व्यक्ति टू व्हीलर का टेस्ट देता है तो स्मार्टचिप कंपनी के कर्मचारियों की ओर से फोर व्हीलर फीड कर दिया जाता है। इससे संबंधित व्यक्ति फोर व्हीलर का टेस्ट देने से बच जाता है। सूत्रों अनुसार डिपार्टमेंट अधिकारियों को आशंका है कि राज्य भर में चल रहे ड्राइ¨वग ट्रैक पर इस तरह से ड्राइ¨वग लाइसेंस बनाए जा रहे हैं। इस कारण मजबूरन ट्रांसपोर्ट सचिव को यह रिकॉर्ड तलब करना पड़ा। हालांकि ड्राइ¨वग लाइसेंस के मामले को लेकर डिपार्टमेंट अधिकारियों के पास विभिन्न शिकायतें भी पहुंची हैं।

एडि¨टग कर बनाए हैं कई लाइसेंस

बता दें कि दैनिक जागरण की ओर से पिछले कुछ समय पहले एक खबर प्रकाशित कर यह खुलासा किया गया था कि यहां विभिन्न ड्राइ¨वग लाइसेंस एडि¨टग कर बनाए गए हैं। एटीओ प्रदीप ¨सह ढिल्लों ने भी इस मामले पर सख्ती बरती और तुरंत संबंधित कंपनी से इन ड्राइ¨वग लाइसेंस का रिकॉर्ड तलब करने के लिए संबंधित कंपनी को लिखा। इसके बाद यहां इस तरह लाइसेंस बनने बंद हो गए। सचिव की ओर से इस तरह के ड्राइ¨वग लाइसेंस की मांगी रिपोर्ट पर अगले समय में कार्रवाई की संभावना है।


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