कांग्रेस विधायकों, शिक्षा मंत्री और वित्त मंत्री के घर घेरेंगे अध्यापक
वेतन कटौती का विरोध कर रहे अध्यापकों ने अगली रणनीति तय करने के लिए शनिवार को विभिन्न कर्मचारी फेडरेशनों के साथ बैठक की। बैठक में राज्य भर में कांग्रेस विधायकों के अलावा शिक्षा मंत्री और वित्त मंत्री के घर का घेराव करने का एलान किया गया।
जागरण संवाददाता, पटियाला
वेतन कटौती का विरोध कर रहे अध्यापकों ने अगली रणनीति तय करने के लिए शनिवार को विभिन्न कर्मचारी फेडरेशनों के साथ बैठक की। बैठक में राज्य भर में कांग्रेस विधायकों के अलावा शिक्षा मंत्री और वित्त मंत्री के घर का घेराव करने का एलान किया गया। यूनियन के प्रांतीय नेता कनवीनर द¨वदर ¨सह पूनिया और सुख¨वदर ¨सह चाहल ने बताया कि घेराव से पहले सभी सहयोगी संगठनों के साथ रविवार को जिला स्तर पर बैठक कर रणनीति के बारे में अवगत करवाया जाएगा। इसके बाद 12,13 और 14 नवंबर को सहयोगी संगठनों के साथ हलका स्तर पर कांग्रेसी विधायकों के घरों का घेराव किया जाएगा। इसके बावजूद अगर सरकार नहीं जागी तो 18 नवंबर को शिक्षा मंत्री ओपी सोनी और वित्त मंत्री मनप्रीत ¨सह बादल के घर के आगे राज्य स्तरीय रैली की जाएगी। बता दें कि अध्यापक साझा मोर्चा में 26 अध्यापक जत्थेबंदियां शामिल हैँ और 40 से ज्यादा कर्मचारी, मजदूर, किसान और स्टूडेंट्स संगठन अध्यापकों के सहयोग में आ चुके हैं। इसके अलावा अध्यापकों की ओर से भूख हड़ताल का सिलसिला जारी है। इसके तहत शनिवार को 30 अध्यापक भूख हड़ताल में शामिल हुए।
नेताओं ने बताया कि सीएम ने बैठक नहीं करवाकर सरकार का मुलाजिम विरोधी चेहरा बेनकाब हो चुका है। इसके अलावा ऑप्शन अडॉप्ट करने वाले अध्यापकों का झूठा आंकड़ा देकर गुमराह करने वाले शिक्षा सचिव और शिक्षा मंत्री का पर्दाफाश हो गया है।
शिक्षा सचिव के घर तक रोष मार्च किया
मुख्यमंत्री की ओर से बैठक का समय देकर रद करने के रोष और शिक्षा सचिव के सरकार के पास झूठे आंकड़े पेश कर गुमराह करने के रोष में अध्यापकों ने गुरुद्वारा दुख निवारण साहिब से लेकर मॉडल टाऊन स्थित शिक्षा सचिव के घर तक रोष मार्च किया। पुलिस ने बैरिकेड्स लगाकर अध्यापकों को शिक्षा सचिव के घर से पहले ही रोक लिया। अध्यापकों ने शिक्षा सचिव और पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। करीब 2 घंटे तक रोष व्यक्त करने के बाद अध्यापक वापस गुरुद्वारा दुखनिवारण साहिब तक चौंक तक रोष मार्च शुरू करते हुए दोबारा धरना स्थल पर चले गए।
एसएसए रमसा अध्यापकों के नाराज गुट ने किया मोर्चे का दोबारा समर्थन
मरणव्रत खत्म करने की जिद को लेकर एसएसए रमसा अध्यापकों का नाराज गुट ने मोर्चे में दोबारा शामिल होने का एलान कर दिया है। पटियाला में बैठक कर यूनियन के प्रांतीय प्रधान दीदार ¨सह मुद्दकी ने कहा कि संघर्ष को कमजोर करने के लिए अध्यापकों को दो गुटों में बांटने की कोशिश की जा रही है। लेकिन अध्यापक सरकार की चालों में नहीं आने वाले और सांझा अध्यापक मोर्चा पंजाब के नेतृत्व में चल रहे संघर्षों में बड़ी संख्या में शामिल होने का फैसला किया गया है।