टीबी के उन मरीजों का इलाज मुफ्त जिन पर साधारण दवा का प्रभाव नहीं: सेहत मंत्री
पंजाब सरकार की तरफ से राज्य के लोगों को बेहतर सेहत सुविधाएं मुहैया करवाने के उद्देश्य से टीबी के उन मरीजों के लिए जिनका इलाज काफी लंबे समय से चल रहा था परंतु उन पर टीबी की साधारण दवाएं प्रभाव नहीं कर रही थी और दूसरी दवाईयां महंगी होने के कारण वह इलाज करवाने में असमर्थ थे के लिए अब उन मरीजों का इलाज राज्य सरकार मुफ्त करेगी। इसकी शुरुआत पटियाला के टीबी अस्पताल में कल 16 जुलाई से की जा रही है।
जासं, पटियाला
पंजाब सरकार की तरफ से राज्य के लोगों को बेहतर सेहत सुविधाएं मुहैया करवाने के उद्देश्य से टीबी के उन मरीजों के लिए जिनका इलाज काफी लंबे समय से चल रहा था परंतु उन पर टीबी की साधारण दवाएं प्रभाव नहीं कर रही थी और दूसरी दवाईयां महंगी होने के कारण वह इलाज करवाने में असमर्थ थे के लिए अब उन मरीजों का इलाज राज्य सरकार मुफ्त करेगी। इसकी शुरुआत पटियाला के टीबी अस्पताल में कल 16 जुलाई से की जा रही है। प्रत्येक मरीज को करीब साढ़े 9 लाख रुपए की दवा बिल्कुल मुफ्त दी जाएगी। इन विचारो का प्रगटावा सेहत मंत्री ब्रह्मा म¨हदरा ने करते कहा कि राज्य सरकार लोगों की तंदरुस्ती के लिए लगातार यत्न कर रही है और पंजाब में टीबी के मरीज के लिए सरकार की तरफ से महंगा इलाज भी मुफ्त करने का फैसला किया गया है। उन्होंने बताया कि दवा के इलावा टीबी के सभी मरीजों को 500 रुपए महीना पौष्टिक आहार के लिए भी दिए जाते हैं। सेहत मंत्री ने बताया कि पंजाब में 22 हजार टीबी मरीज हैं जिनमें से 400 मरीज इस तरह के हैं जिन पर टीबी की साधारण दवा का प्रभाव नहीं होता और उनमें से 77 मरीज इस तरह के हैं जो बेडाक्यूलाईन दवा का प्रयोग कर सकते हैं। उन्होंने बताया इस दवा की एक गोली की कीमत 5 हजार रुपए है और एक मरीज को कोर्स पूरा करने के लिए 188 गोलियां दीं जानी हैं। यानि कि एक मरीज का ़खर्च साढ़े 9 लाख के करीब बनता है परंतु पंजाब सरकार की तरफ से यह इलाज मुफ्त किया जायेगा। ब्रह्मा म¨हदरा ने बताया कि पंजाब देश के चु¨नदा राज्यों में है जहां यह दवा शुरू की गई है। उन्होंने बताया कि सब से पहले यह टीबी अस्पताल पटियाला में 16 जुलाई से शुरू की जा रही है। उन्होंने बताया कि पटियाला जोन में 8 जिले शामिल हैं जिसमें पटियाला, संगरूर, बरनाला, मानसा, फतेहगढ़ साहिब, रोपड़, मोहाली और लुधियाना हैं। उसके बाद सरकारी मेडिकल कॉलेज, अमृतसर और जीजीएस मेडिकल कॉलेज फरीदकोट में भी जल्दी ही इस दवा के साथ इलाज शुरू किया जाएगा। सेहत मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर माने लक्ष्य कि 2025 तक देश को टीबी मुक्त करना है वहां पंजाब सरकार का लक्ष्य है कि राज्य में 2022 तक टीबी की बीमारी का खात्मा कर दिया जाएगा।