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युवराज का नहीं हुआ पोस्टमार्टम, पिता की नहीं मिली लाश, आरोपित पूर्व ईटीओ फरार

चोरी के इल्जाम से परेशान होकर नहर में कूदने वाले राम चंदर की लाश दूसरे दिन भी नहीं मिली।

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Jan 2019 07:01 PM (IST)Updated: Thu, 17 Jan 2019 08:00 PM (IST)
युवराज का नहीं हुआ पोस्टमार्टम, पिता की नहीं मिली लाश, आरोपित पूर्व ईटीओ फरार

जागरण संवाददाता, पटियाला

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चोरी के इलजाम से परेशान होकर नहर में कूदने वाले राम चंद्र की लाश दूसरे दिन भी नहीं मिली। वहीं, नहर से मृत निकाले गए सात साल के वर्षीय युवराज का पोस्टमार्टम भी दूसरे दिन नहीं हो पाया। रिश्तेदारों के न आने की वजह से युवराज का पोस्टमार्टम नहीं हुआ, वहीं बच्चे की मां को भी नहीं बताया गया कि उसके बेटे की मौत हो चुकी है। मृतक राम चंद्र के भाई राम बहादुर को साथ लेकर मॉडल टाउन चौकी पुलिस ने आरोपित रिटायर ईटीओ भगवान ¨सह के घर पर वीरवार को रेड की लेकिन आरोपित भगवान ¨सह व उसकी पत्नी मलकीत कौर फरार मिले। जांच अधिकारी सूबा ¨सह ने कहा कि आरोपित के घर पर रेड की थी, लेकिन वह फरार है। बच्चे का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया है क्योंकि परिवार के मेंबरों ने कहा कि किसी बच्चे के नानका परिवार के रिश्तेदार का इंतजार किया जा रहा है।

ये है पूरा मामला

राम चंद्र थापर यूनिवर्सिटी में मैस कुक का काम पिछले करीब आठ साल से कर रहा था। वहीं, मॉडल टाउन स्थित एक रिटायर ईटीओ की कोठी में बतौर किरायेदार रहने लगा। इस कोठी में राम चंद्र की पत्नी बतौर नौकरानी काम करने लगी और राम चंद्र भी कोठी में काम करता था। ये लोग करीब चार साल से इस कोठी में रह रहे थे। कुछ समय पहले उक्त ईटीओ के घर में करीब चार लाख रुपये के गहने व कैश की चोरी हो गई तो इसका आरोप राम चंद्र पर लगा दिया था। राम चंद्र की पत्नी बसंता के अनुसार करीब एक हफ्ते से मकान मालिक उन्हें मानसिक तौर पर परेशान कर रहा था, जिस वजह से राम चंद्र डिप्रेशन में आ गया। बुधवार को वह पत्नी व बच्चों के साथ पैदल ही घर से यह कहकर निकला कि थोड़ी देर में वापस आएगा। इसके बाद चारों नाभा रोड से पसियाणा के तरफ जाती भाखड़ा नहर के किनारे पहुंचे, यहां पर राम चंद्र अपनी पत्नी व दोनों बच्चों सहित नहर में कूद गया था। आस पास लोगों ने चारों को डूबते देखा तो शोर मचा दिया, जिसके बाद भोले शंकर डाइवर्स क्लब के गोताखोरों ने मां-बेटी को ¨जदा बचा लिया। वहीं सात वर्षीय युवराज को बाहर निकाला तो उसकी मौत हो चुकी थी। इस मामले में बसंती की कंप्लंट पर पुलिस ने भगवान ¨सह व उसकी पत्नी मलकीत कौर के खिलाफ केसदर्ज कर लिया था।

दोस्तों व रिश्तेदारों से भी बात नहीं की थी राम चंद्र ने

राम चंद्र पर चोरी के आरोप लगने के बाद वह दोस्तों व रिश्तेदारों से अलग रहने लगा था। थापर यूनिवर्सिटी के मैस में काम करने के दौरान राम के दोस्त राजन ने उससे कई बार पूछा था लेकिन वह कुछ नहीं बोला। वहीं, करीबी रिश्तेदार ठाकुरी ने भी उससे पूछा था, लेकिन सब ठीक होने की बात कहकर चुप करवा दिया।

छह गोताखोर लगे हैं राम चंद्र की लाश ढूंढने में : शंकर भारद्वाज

भोले शंकर डाइवर्स क्लब के प्रधान शंकर भारद्वाज ने कहा कि राम चंद्र की लाश ढूंढने के लिए छह गोताखोर लगे हुए हैं। सर्दी में पानी ठंडा होने की वजह से लाश देरी से उपर आती है, ऐसे में लाश खनौरी से मिलने की संभावना है।


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