रोशन मीनार मानव आकृति गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज
संत निरंकारी मिशन के 18,770 श्रद्धालुओं ने पांच घंटे में 'रोशन मीनार' की मानव आकृति बनाकर अपना नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज करवा लिया है।
जागरण संवाददाता, पटियाला
संत निरंकारी मिशन के 18,770 श्रद्धालुओं ने पांच घंटे में 'रोशन मीनार' की मानव आकृति बनाकर अपना नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज करवा लिया है। मिशन को यह सूचना गिनीज बुक की रिकॉर्ड मैनेजमेंट की ओर से भेजी गई ई-मेल से प्राप्त हुई है। इसमें कहा गया है कि आपके द्वारा सबसे बड़ी रोशन मीनार की मानव आकृति का आवेदन सफल रहा है। अब आप गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर बन गए हैं। आपको गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड का प्रमाण पत्र भी दिया जा रहा है ।
मिशन के पब्लिसिटी विभाग की मेंबर इंचार्ज राज कुमारी व स्थानीय ऑफिस से जसपाल ¨सह मेहतो ने कहा कि यह रिकॉर्ड कार्यक्रम 17 नवंबर, 2018 को माता सुदीक्षा की उपस्थिति में संत निरंकारी आध्यात्मिक स्थल, जीटी रोड समालखा में किया गया था, जो मिशन की पूर्व माता स¨वदर हरदेव महाराज को समर्पित किया गया। वे यह चाहते थे कि प्रत्येक निरंकारी भक्त एक प्रकाश स्तम्भ बने और ईश्वरीय ज्ञान के उजाले को विश्व के कोने-कोने तक फैलाए । इस रोशन मीनार की मानव आकृति में भाग लेने के लिए निरंकारी भक्त देश विदेश से आए थे, जिनकी आयु 18 से 65 वर्ष थी । कुछ भक्तों ने दूर देशों से आकर भी भाग लिया। इसमें भाग लेने के लिए 25,000 भक्तों ने अपना नाम दर्ज किया गया था ।
मानव आकृति में भाग लेने वाले प्रत्येक सदस्य को भिन्न भिन्न रंगों की पोशाक दी गई जो उसके स्थान के अनुसार निर्धारित की गई थी । पोशाक पांच रंगों की थी । इस मानव आकृति को बनाने के लिए पांच घंटे लगे थे ।