कार्यशाला में विद्यार्थियों ने सीखा दूसरों की सहायता का महत्व
भावी पीढ़ी में संस्कारों के संचार के लिए चलाई गई दैनिक जागरण की मुहिम संस्कारशाला के तहत रविवार को लक्की पब्लिक स्कूल में कार्यशाला का आयोजन किया गया। दैनिक जागरण के तत्वावधान में आयोजित संस्कारशाला कार्यशाला में शिक्षकों और विद्यार्थियों ने बढ़चढ़ कर पूरे उत्साह के साथ हिस्सा लिया।
जागरण संवाददाता,पटियाला
भावी पीढ़ी में संस्कारों के संचार के लिए चलाई गई दैनिक जागरण की मुहिम संस्कारशाला के तहत रविवार को लक्की पब्लिक स्कूल में कार्यशाला का आयोजन किया गया। दैनिक जागरण के तत्वावधान में आयोजित संस्कारशाला कार्यशाला में शिक्षकों और विद्यार्थियों ने बढ़चढ़ कर पूरे उत्साह के साथ हिस्सा लिया। कार्यशाला में ¨हदी के रिटायर्ड लेक्चरर डॉ. महेश गौतम ने विद्यार्थियों को बताया कि किस तरह से हर प्रकृति द्वारा बनाए हर जीव का हमारे जीवन में क्या महत्व है और उनकी रक्षा करना हमारा फर्ज है। उन्होंने विद्यार्थियों से अपने विद्यार्थी जीवन के अनुभव सांझा किए। इस दौरान विद्यार्थियों ने भी मैं नहीं हम पर अपने विचार प्रस्तुत किए।
डॉ. गौतम ने मैं नहीं हम पर आधारित एक ¨जदगी से जुड़ी लाइव उदाहरण देकर बच्चों को बड़ों का सम्मान और अपने साथ-साथ दूसरों को महत्व देने पर प्रकाश डाला। विद्यार्थियों ने इस आयोजन में जाना कि किस तरह से दूसरों की सहायता करके बेहतर व्यक्तित्व बनाया जा सकता है। विद्यार्थियों ने इस अवसर पर वादा किया कि वो अब से रोजाना दूसरों के लिए भी समय निकालेंगे। उन्होंने अपने शब्दों के जरिये दूसरों की सहायता का महत्व जाहिर किया।
विद्यार्थियों और शिक्षकों ने दैनिक जागरण के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के प्रयासों से निश्चित रूप से समाज में सकारात्मक बदलाव आ सकेंगे। इस कार्यशाला में विद्यार्थियों ने बड़ों का सम्मान करने और रोज अपनी व्यस्त दिनचर्या में से उनके लिए समय निकालने का वादा भी किया।
बच्चों ने वादा किया दूसरों का रखेंगे ख्याल
वर्कशॉप दौरान दूसरों की सहायता का महत्व विस्तार से सुनने के बाद ¨प्रसिपल ज¨तदर चावला से वादा किया कि वो पढ़ाई के साथ अपने आसपास हर जरूरतमंद व्यक्ति की सहायता करने का वादा किया। वर्कशॉप दौरान बच्चों ने अपनी ¨जदगी से जुड़ी कुछ उदाहरणों भी सांझी की और बताया कि कैसे उन्होंने ¨जदगी में कभी न कभी किसी की सहायता की है। मगर दैनिक जागरण की इस वर्कशॉप के बाद उन्हें दूसरों की सहायता महत्व बहुत अच्छे से समझ में आ गया होगा। अब वो इसके बारे में अपने पेरेंट्स और दोस्तों को भी बताएंगे।