ट्रैफिक चालान भुगतने वाली ब्रांच को संभाल रहा प्राइवेट व्यक्ति
पटियाला, मिनी सचिवालय में ट्रांसपोर्ट विभाग की ट्रैफिक चालान भुगतने वाली ब्रांच का इंचार्ज एक प्राइवेट व्यक्ति है। दफ्तर का पूरा सरकारी रिकॉर्ड इसी व्यक्ति के हाथ में है।
जागरण संवाददाता, पटियाला
मिनी सचिवालय में ट्रांसपोर्ट विभाग की ट्रैफिक चालान भुगतने वाली ब्रांच का इंचार्ज एक प्राइवेट व्यक्ति है। दफ्तर का पूरा सरकारी रिकॉर्ड इसी व्यक्ति के हाथ में है। इस ब्रांच में हजारों की संख्या में ट्रैफिक चालान पड़े हैं। वहीं, दूसरी ओर हजारों की संख्या में ही लोगों की आरसी, लाइसेंस व विभिन्न दस्तावेज पड़े हैं। हैरानी की बात है कि क्लर्क ने खुद इस व्यक्ति को अपने तौर पर रखा हुआ है। यही व्यक्ति लोगों से ट्रैफिक चालान पकड़कर उनसे जुर्माने का भुगतान करवाता है।
ट्रैफिक चालान का कोई हिसाब-किताब नहीं
ट्रैफिक पुलिस नियम न अपनाने वाले लोगों के चालान करती है। इनमें से कुछ कोर्ट के तो कुछ आरटीए विभाग के नाम पर काटे जाते हैं। पुलिस कर्मचारी आरटीए दफ्तर से संबंधित चालान ट्रांसपोर्ट दफ्तर में बनी ट्रैफिक चालान भुगतने वाली ब्रांच के क्लर्क के पास जमा करवा देते हैं। यहां इन ट्रैफिक चालान का कोई हिसाब-किताब नहीं है। यह मामला तब सामने आया, जब पिछले समय में इस ब्रांच से ट्रांसफर हुए क्लर्क गुर¨जदर ¨सह से बात की। गुर¨जदर से जब पूछा गया कि उन्होंने ट्रांसफर के निर्देशों के बाद मौजूदा क्लर्क के ब्रांच में कितने चालान पे¨डग पड़े हैं, की रसी¨वग दी है या नहीं तो उनका जवाब न में था। क्लर्क के इस जवाब से पता चलता है कि इस ब्रांच में ट्रैफिक चालान का कोई हिसाब-किताब नहीं है।
पब्लिक से ट्रैफिक चालान लेकर करवाता है जुर्माने का भुगतान
पिछले कुछ दिनों से ट्रैफिक चालान का रिकार्ड एक प्राइवेट व्यक्ति के हाथ में है। संबंधित क्लर्क राजेश शर्मा ब्रांच में बहुत ही कम बैठते हैं। यही व्यक्ति पब्लिक से ट्रैफिक चालान पकड़कर उनसे चालान के जुर्माने का भुगतान करवाता है। इस मामले में हैरान करने वाली यह बात है कि संबंधित क्लर्क प्राइवेट व्यक्ति को कहां से महीने का वेतन दे रहा है। इससे स्पष्ट है कि कहीं न कहीं ट्रैफिक चालान में हेराफेरी हो रही है।
प्राइवेट व्यक्ति के बारे में नहीं जानकारी नहीं
क्लर्क राजेश शर्मा ने कहा कि ब्रांच में काम करने वाले प्राइवेट व्यक्ति के बारे में जानकारी नहीं है। किस ने इस व्यक्ति को यहां रखा के बारे में भी क्लर्क कुछ कहने को तैयार नहीं है। बाद में बात करता हूं कहकर क्लर्क ने इस मामले पर बात करने से मना कर दिया। आरटीए गुरप्रीत ¨सह ¨थद ने इस मामले की जानकारी न होने की बात कही। उन्होंने कहा कि शुक्रवार को इस मामले की खुद पड़ताल करूंगा।