वीर जी की फांसी की सजा पर अब राजनीति बंद कर सरकारें- कमलदीप
पिछले 23 सालों से वीर जी जेल में बंद है, उन्हें फांसी की सजा भी सुनाई जा चुकी है। सभी सजाएं पूरी कर चुके हैं लेकिन फांसी की सजा पर अमल नहीं किया जा रहा है। अब तो सरकारें उनके वीर की सजा को लेकर राजनीति बंद कर दें।
जागरण संवाददाता, पटियाला
पिछले 23 सालों से वीर जी जेल में बंद है, उन्हें फांसी की सजा भी सुनाई जा चुकी है। सभी सजाएं पूरी कर चुके हैं लेकिन फांसी की सजा पर अमल नहीं किया जा रहा है। अब तो सरकारें उनके वीर की सजा को लेकर राजनीति बंद कर दें। सेंट्रल जेल में भूख हड़ताल पर बैठे बलवंत ¨सह राजोआणा की बहन कमलदीप कौर ने उनसे जेल में मुलाकात करने के बाद ये बात कही। कमलदीप कौर ने कहा कि उनके भाई चार दिन से भूख हड़ताल पर है, जिस वजह से उनकी तबीयत खराब हो रही है। यही नहीं वजन भी पांच किलो कम हो चुका है और उनकी भूख हड़ताल अभी जारी रहेगी। जेल में मुलाकात के दौरान राजोआणा अधिक समय तक खामोश ही रहे और सिर्फ परिवार व बच्चों की खैरियत के बारे में ही पूछा। कुछ मिनट बात करने के बाद वह वापस अपनी बैरक में लौट गए। कमलदीप कौर ने हाल ही में रवनीत ¨सह बिट्टू द्वारा राजोआणा के खिलाफ दिए बयान की ¨नदा भी की।
गृह मंत्रालय के फैसले का है इंतजार
कमलदीप कौर ने कहा कि उनके वीर ने अदालत के अलावा राष्ट्रपति से भी लेटर लिखकर फांसी की सजा के फैसले को लागू करने की मांग कर दी है। हाल ही में एसजीपीसी के सदस्यों ने भी राजोआणा से मुलाकात की थी। कमलदीप कौर ने कहा कि पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर ¨सह बादल व अन्य नेताओं का एक दल केंद्र में राजनाथ ¨सह से मिलने गया था, जहां पर उनकी अपील पर गृह मंत्रालय के फैसले का इंतजार कर रहे हैं। बता दे कि पंजाब के पूर्व सीएम बेअंत ¨सह के कत्ल कांड में बलवंत ¨सह राजोआणा को फांसी की सजा सुनाई जा चुकी है। वह इस समय सेंट्रल जेल में बंद है और उन्होंने बीते सोमवार से जेल के अंदर भूख हड़ताल शुरू कर दी है।