Move to Jagran APP

पीयू से रीइंप्लाइड मामले में मांगा जवाब

पंजाबी यूनिवर्सिटी में पिछले लंबे समय से रीइंप्लाइड मुद्दे को लेकर पीयू की विभिन्न जत्थेबंदियां संघर्ष करती आई हैं, मगर अब तक पीयू प्रशासन ने इस मुद्दे को लेकर कोई उचित कदम नहीं उठाया। हालांकि एजूकेशन डिपार्टमेंट की ओर से इस मामले को लेकर कुछ दिन पहले तीसरी बार पत्र भेजकर जवाब मांगा है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 22 Mar 2018 03:05 AM (IST)Updated: Thu, 22 Mar 2018 03:05 AM (IST)
पीयू से रीइंप्लाइड मामले में मांगा जवाब
पीयू से रीइंप्लाइड मामले में मांगा जवाब

जागरण संवाददाता, पटियाला

loksabha election banner

पंजाबी यूनिवर्सिटी में पिछले लंबे समय से रीइंप्लाइड मुद्दे को लेकर पीयू की विभिन्न जत्थेबंदियां संघर्ष करती आई हैं, मगर अब तक पीयू प्रशासन ने इस मुद्दे को लेकर कोई उचित कदम नहीं उठाया। हालांकि एजूकेशन डिपार्टमेंट की ओर से इस मामले को लेकर कुछ दिन पहले तीसरी बार पत्र भेजकर जवाब मांगा है। इसके बावजूद अथॉरिटी अधिकारी पत्र का जवाब देने को तैयार नहीं। हालांकि इससे पहले दो बार डिपार्टमेंट पीयू को पत्र भेज चुका है। पीयू की ओर से रीइंप्लाइड मामले पर जवाब न देने के मामले को लेकर मुलाजिम भी अथॉरिटी से खफा है। मुलाजिमों का कहना है कि अथॉरिटी को डिपार्टमेंट के इस पत्र का जवाब तुरंत देना चाहिए।

कोर्ट के फैसले पर छोड़ा अथॉरिटी ने मामला

बता दें कि सोमवार को हुई ¨सडीकेट की मी¨टग में फैसला किया गया कि रीइंप्लाइड मामले पर कोर्ट अपना जो फैसला लेगी, को मंजूर कर लिया जाएगा। हालांकि दूसरी ओर पिछले लंबे समय पहले कोर्ट ने पीयू अथॉरिटी को रीइंप्लाइड मामले पर ¨सडीकेट की मी¨टग बुलाकर फैसला कर कोर्ट को बताने के निर्देश दिए थे। पर इसके बावजूद अथॉरिटी ने यह मामला कोर्ट पर छोड़ दिया। दूसरी ओर पीयू अथॉरिटी के इस फैसले से मुलाजिम जत्थेबंदियों में नाराजगी है। उनका कहना है कि अथॉरिटी को खुद इस मामले पर फैसला करना चाहिए।

अथॉरिटी तुरंत इस मामले पर उचित कदम उठाए

एडहॉक कमेटी के कनवीनर अवतार ¨सह ने कहा कि पीयू अथॉरिटी तुरंत रीइंप्लाइड मामले पर उचित कदम उठाए। उन्होंने कहा कि एजूकेशन डिपार्टमेंट द्वारा तीसरी बार पीयू को पत्र भेजकर रीइंप्लाइड मामले पर जवाब मांगा है। अवतार ने कहा कि अथॉरिटी के अधिकारी जानबूझकर इस मामले पर कोई फैसला नहीं कर रहे। अवतार ने बताया कि पिछले लंबे समय से इस मामले को लेकर एडहॉक कमेटी संघर्ष कर रही है। पर यूनिवर्सिटी अथॉरिटी इस मामले पर कोई कार्रवाई करने को तैयार नहीं है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.