धान के सीजन के लिए पंजाब को मिलेगी 2 हजार मेगावॉट बिजली
पावरकॉम के चेयरमैन इंजीनियर बलदेव ¨सह सरां ने जानकारी दी है कि पंजाब में बिजली की मांग के उतार-चढ़ाव के दौरान पंजाब पावरकॉम ने मांग में कमी और सर्दियों में दूसरे राज्यों को बिजली बेचकर साल 2018 के सितंबर-अक्टूबर महीने में करीब 350 करोड़ रुपये कमाए हैं।
जागरण संवाददाता, पटियाला
पावरकॉम के चेयरमैन इंजीनियर बलदेव ¨सह सरां ने जानकारी दी है कि पंजाब में बिजली की मांग के उतार-चढ़ाव के दौरान पंजाब पावरकॉम ने मांग में कमी और सर्दियों में दूसरे राज्यों को बिजली बेचकर साल 2018 के सितंबर-अक्टूबर महीने में करीब 350 करोड़ रुपये कमाए हैं। बैं¨कग सिस्टम के तहत धान के सीजन के दौरान पंजाब को दूसरी स्टेट से 2 हजार मेगावॉट बिजली मिलेगी, जो जरूरत से कहीं अधिक है। उन्होंने कहा कि सर्दी के दौरान पूरे देश में बिजली की मांग के कारण पावर एक्सचेंज में बिजली की दर बहुत अधिक नीचे आ गई थी, जिस कारण सुबह और शाम को 4 से 5 रुपये यूनिट और रात को 2 से 3 रुपये यूनिट रहे।
सरां ने कहा कि बिजली के खर्च कम करने के लिए पावर कॉम ने प्राइवेट थर्मल प्लांट को बंद करने या लोड कम कर बिजली आपूर्ति के लिए ऊर्जा एक्सचेंज से 2.50 रुपये से 2.85 रुपये प्रति यूनिट बिजली खरीदी गई तांकि बिजली की बास्केट कीमत कम की जा सके। राज्य के थर्मल यूनिट से 3.85 रुपये यूनिट की दर से बिजली को एक्सचेंज से 3.30 रुपये से 3.70 रुपये यूनिट की दर से बदला गया था। सरां ने बताया कि नवंबर दिसंबर 2018 दौरान पावर कॉम ने 3.09 रुपये प्रति यूनिट का औसत से 111 करोड़ रुपये की लागत से एक्सचेंज से 358 मिलियन यूनिट खरीदे, जिससे 19 करोड़ की बचत हुई।