ओशो डॉ. शैलेंद्र ने आनंदमय जीवन जीने के दिए टिप्स
विश्व विख्यात आध्यात्मिक गुरु ओशो के छोटे भाई डॉ. शैलेंद्र ने आनंदमय जीवन कैसे जीएं विषय पर ओशोप्रेमियों के सामने अपने विचार रखे।
जागरण संवाददाता, पटियाला
विश्व विख्यात आध्यात्मिक गुरु ओशो के छोटे भाई डॉ. शैलेंद्र ने आनंदमय जीवन कैसे जीएं विषय पर ओशोप्रेमियों के सामने अपने विचार रखे। हरपाल टिवाणा ऑडिटोरियम में आयोजित समारोह के दौरान उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति मुल्ला नसरूद्दीन के पास सुबह आनंदमय जीवन जीने के टिप्स लेने पहुंचा तो मुल्ला कुएं से पानी भरने जा रहा था । मुल्ला ने शर्त रखी कि वो उसे टिप्स देगा, लेकिन व्यक्ति अपनी जुबान बंद रखेगा । मुल्ला छेदभरी बाल्टी से पानी भरता और बाहर आने तक सारा पानी निकल जाता । मुल्ला ने ऐसा कई बार किया तो उक्त व्यक्ति से रहा न गया और वो बोल ही पड़ा। मुल्ला ने उसे बताया कि ये 12 छेद जीवन के हैं। अगर कोई व्यक्ति इन 12 छेदों को भर ले तो जीवन आनंदमई हो सकता है, अन्यथा इन 12 छेदों से व्यक्ति की सारी एनर्जी ताउम्र निकलती रहेगी । ये 12 छेद हैं - कंफ्यूजन, अंहकार, नैगेटिव व्यवहार, अपेक्षाएं, मधुरवाणी न होना, स्वीकार भाव की कमी, ¨चता, सेहत, सृजनात्मक, संवेदनशीलता और सजग न होना सहित अध्यात्मिक का खोजी न बनना । अगर कोई व्यक्ति इन 12 छेदों को भर ले तो जीवन में उमंग, उत्साह और जश्न बन सकता है ।
इस मौके पर ओशो डॉ. शैलेंद्र ने कई सवालों के जवाब भी दिए । सेशन में 20 तरह के अलग अलग सवाल पूछे गए, जिन्हें डॉ. शैलेंद्र ने बेहद आसान तरीके से समझाया । कार्यक्रम की शुरूआत और समापन सूफी गायक अनहद जोत ने अपनी सूफी कलाम से किया । अनहद जोत ने मैने तेरी आंखों में पढ़ा अल्ला ही अल्ला, झूलेलाल गाकर ओशो प्रेमियों को झूमने पर विवश कर दिया । इससे पहले ओशोधारा पटियाला व नाभा टीम ने स्टेट को-आर्डीनेटर आशुतोष, पंकज, गुरजंट ¨सह, रवि, सु¨रदर कुमार, जसदेव ¨सह, परवेश कुमार, सुनील मिड्डा ने डॉ. शैलेंद्र का स्वागत किया ।