रसोई हुई महंगी : रिफाइंड तेल के दामों में 25 व दाल में 15 प्रतिशत उछाल
लाकडाउन से पहले और बाद में रसोई में इस्तेमाल होने वाली सामग्री के दाम में आए उछाल के कारण सामान्य लोगों का जीवन प्रभावित हुआ है।
जागरण संवाददाता, पटियाला : लाकडाउन से पहले और बाद में रसोई में इस्तेमाल होने वाली सामग्री के दाम में आए उछाल के कारण सामान्य लोगों का जीवन प्रभावित हुआ है। जिन आइटमों के दाम में बढ़ोतरी हुई है, उनमें रिफाइंड तेल, सरसों का तेल सहित कुछ दालें हैं। व्यापारी वर्ग इसका मुख्य कारण लाकडाउन के कारण बंद रही रेल सेवा व फसल में लेबर की कमी बता रहे हैं।
रिफाइंड व सरसों के तेल का होलसेल कारोबार करने वाले भगवान दास चावला कहते हैं कि लाकडाउन से पहले रिफाइंड 85 से 90 रुपये लीटर दाम पर बिकता था, अब 120 रुपये तक चला गया। इसी तरह ही सरसों का तेल 85 से 90 रुपये प्रति किलो बिक रहा था, अब 130 रुपये में मिल रहा है। इसका कच्चा माल राजस्थान व मध्य प्रदेश से आता है। इस बार लाकडाउन के कारण वहा पर लेबर की कमी रही जिसके चलते रिफाइंड व सरसों के तेल की फसल कम हुई है। इससे उत्पादन कम हुआ और दाम बढ़ रहे हैं। दालों के होलसेल व्यापारी रमेश आहुजा का कहना है कि दालों के दाम में कुछ अधिक बढ़ोतरी नहीं हुई है। सफेद चने 70 के बजाय 80 रुपये किलो, अरहर की दाल के अलावा राजमा के दामों में बढ़ोतरी दर्ज हुई है।
लाकडाउन से पहले और अब के दाम
1. एक लीटर रिफाइंड तेल : 85 रुपये, 115 से लेकर 120 रुपये
2. सरसों का तेल : 90 रुपये, 135 रुपये प्रति लीटर
3. अरहर की दाल : 70 रुपये, 100 रुपये किलो
4. सफेद चने : 70 रुपये, 80 रुपये प्रति किलो
5. राजमा : 100 रुपये, 115 रुपये प्रति किलो
6. चायपत्ती : 230 रुपये, 280 रुपये प्रति किलो