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किसानों को रोकने के लिए शंभू बार्डर पर हरियाणा पुलिस ने बैरिकेड्स लगाए

किसान जत्थेबंदियों द्वारा वीरवार से दिल्ली का घेराव करने के एलान को लेकर शंभू बार्डर पर हरियाणा पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए बैरीकेड्स लगा दिए हैं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 26 Nov 2020 12:09 AM (IST)Updated: Thu, 26 Nov 2020 12:09 AM (IST)
किसानों को रोकने के लिए शंभू बार्डर पर हरियाणा पुलिस ने बैरिकेड्स लगाए
किसानों को रोकने के लिए शंभू बार्डर पर हरियाणा पुलिस ने बैरिकेड्स लगाए

जागरण संवाददाता.पटियाला : किसान जत्थेबंदियों द्वारा वीरवार से दिल्ली का घेराव करने के एलान को लेकर शंभू बार्डर पर हरियाणा पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए बैरीकेड्स लगा दिए हैं। हालांकि अनुमान लगाया जा रहा था शंभू बार्डर पर दिन में ही किसान जत्थेबंदियां पहुंच जाएंगी, लेकिन नहीं पहुंची और बार्डर के नजदीक किसान धरने पर ही बैठे रहे। दिन भर इस जगह शांतमयी माहौल बना रहा। दूसरी ओर देर शाम को हरियाणा पुलिस ने शंभू बार्डर पर भारी संख्या में पुलिस कर्मचारियों को तैनात कर दिया गया। इस दौरान पंजाब पुलिस के कर्मचारी भी किसानों वाले धरने के नजदीक मौजूद रहे, लेकिन हरियाणा पुलिस के मुकाबले उनकी संख्या काफी कम रही।

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बुधवार को दिन भर शंभू बार्डर पर वाहनों का सामान्य तरीके से आना-जाना लगा रहा। उधर यहां राजपुरा रोड स्थित गांव धरेड़ी जट्टां टोल प्लाजा के पास भारतीय किसान यूनियन क्रांतिकारी ने अपनी जत्थेबंदी के सदस्य इकट्ठे करने शुरू कर दिए। यूनियन नेताओं भूपिदर सिंह और करतार सिंह ने बताया कि भारतीय किसान यूनियन नवां गांव से चीका से होते हुए हरियाणा में प्रवेश करेगी। इस दौरान यूनियन के महासचिव निशान सिंह धरमहेड़ी ने बताया कि यूनियन ने किसानों के लिए लंगर का इंतजाम कर लिया है। उन्होंने कहा कि वह किसी भी तरह दिल्ली जरूर जाएंगे। उन्होंने कहा कि राज्य भर से यूनियन के सदस्य यहां रामनगर में एकत्रित होंगे। हरियाणा के चीका से होते हुए दिल्ली की ओर कूच करेंगे। उन्होंने कहा कि वे अपने साथ करीब तीन महीने का राशन लेकर चल रहे है, ताकि किसानों के लिए लंगर का इंतजाम हो सके। -- बस आपरेटर यूनियन ने किसानों के संघर्ष को दिया समर्थन

टिवाणा बस आपरेटर के मालिक दया सिंह ने कहा कि बस आपरेटर यूनियन ने किसानों के संघर्ष को समर्थन देने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि वह किसानों को सिर्फ डीजल खर्च पर दिल्ली तक पहुंचाने में उनकी मदद करेंगे। इसके अलावा भी किसानों को हर तरह का सहयोग देंगे। दया सिंह ने कहा कि राज्य के बाकी जिलों के बस आपरेटरों से किसानों को संघर्ष के दौरान हर मदद देने की प्लानिग चल रही है। उन्होंने कहा कि वे खुद लगातार किसान जत्थेबंदियों से तालमेल कर रहे है। किसी भी प्रकार की जरूरत होगी, तो वह उसे पूरी करने का प्रयास करेंगे।

øø पीछे हटने का सवाल ही नहीं: किसान

शंभू से हरियाणा में एंट्री के इंतजार में बैठे घनौर के किसान मनजिदर सिंह ने कहा कि वह भारतीय किसान यूनियन, उगराहां के सदस्य हैं। खेती बिलों के खिलाफ केंद्र सरकार के पास आवाज पहुंचाने के लिए दिल्ली जाने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि चाहे हरियाणा की भाजपा सरकार भी पंजाब के इस किसान आंदोलन का विरोध कर रही है लेकिन उसके लिए यह आसान नहीं होगा। किसान इस बारे में पूरी तैयारी के साथ आए हैं। हालांकि अभी वह शंभू में शांतमयी ढंग से बैठे हैं लेकिन यूनियन लीडरशिप के निर्देशों पर आगे रणनीति अपनाएंगे।

इसी तरह गांव मोही खुर्द के किसान बलबीर सिंह ने कहा कि केंद्र के यह खेती बिल किसानी को समाप्त कर देंगे। पंजाब के किसानों ने कल वीरवार व परसों शुक्रवार को दिल्ली में जो धरना देने का फैसला किया है, वह हर हाल में सिरे चढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि अपनी मांगों को मनवाने के लिए वह दिल्ली में डेरा लगाने को भी तैयार हैं। इसके लिए उन्होंने पर्याप्त राशन इत्यादि का भी इंतजाम कर लिया है।


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