Move to Jagran APP

शास्त्रीय संगीत से डरने की नहीं, जानने की जरूरत : उस्ताद डागर

हेरिटेज फेस्टिवल के दूसरे दिन जहां दिन के समय शीश महल में लगे क्राफ्ट मेले का लोगों ने लुत्फ उठाया वहीं देर शाम को किला मुबारक में आए कलाकारों की कला का प्रदर्शन देखने व सुनने के लिए कलाप्रेमी एकत्रित हुए ।

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Feb 2019 08:58 PM (IST)Updated: Wed, 20 Feb 2019 08:58 PM (IST)
शास्त्रीय संगीत से डरने की नहीं, जानने की जरूरत : उस्ताद डागर
शास्त्रीय संगीत से डरने की नहीं, जानने की जरूरत : उस्ताद डागर

जागरण संवाददाता, पटियाला

loksabha election banner

हेरिटेज फेस्टिवल के दूसरे दिन जहां दिन के समय शीश महल में लगे क्राफ्ट मेले का लोगों ने लुत्फ उठाया वहीं देर शाम को किला मुबारक में आए कलाकारों की कला का प्रदर्शन देखने व सुनने के लिए कलाप्रेमी एकत्रित हुए । शीश महल में भी देर शाम नार्थ जॉन कल्चर सेंटर की ओर से करवाने जाने वाले सभ्याचारक प्रोग्राम में कलाकारों ने अपनी कला का शानदार प्रदर्शन करते हुए लोगों की खूब तालियां बटोरीं। उस्ताद डागर ने शास्त्रीय संगीत से डरने के बजाय इसे जानने की जरूरत पर जोर दिया है ।

किला मुबारक में दरबार हाल के खुले आंगन में दूसरे दिन की शाम ओर भी ़खूबसूरत नजर आई, जब यहां भारतीय शास्त्रीय संगीत परंपरा के गायक मीयां तानसेन के उस्ताद हरिदास डागर की पीढ़ी में शामिल ध्रुपद गायकी के प्रसिद्ध गायक पद्म श्री उस्ताद फैयाज वसी़फुदीन डागर ने ध्रुपद गायकी के रंग बिखेरे ।

इसी दौरान इमदादखानी इटावा घराना के उस्ताद निशात खान, उस्ताद इरशाद खान और उस्ताद वजाहत खान ने ़खूब समय बांधा । इस मौके पर बड़ी संख्या में पहुंचे दर्शकों ने शास्त्रीय संगीत का आनंद उठाया । पंजाब सरकार के सभ्याचार और सैर सपाटा विभाग, जिला प्रशासन ने इंडियन ट्रस्ट फार रुरल हेरिटेज एंड डेवल्पमैंट के सहयोग से करवाए जा रहे हेरिटेज उत्सव पटियालवियों के लिए एक ़खास उत्सव के समान है, जिसमें न केवल पटियाला शहर के बल्कि पंजाब भर से लोग यहां पर आते हैं । ़खूबसूरत रौशनियों के साथ जगमगा रही किला मुबारक की यह विरासती इमारत आम शहरी को अपने दीदार करने के लिए मजबूर कर रही है ।

उस्ताद डागर ने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर ¨सह का यह बहुत अच्छा प्रयास है । इस विरासती उसतव को पंजाब सरकार ने शुरु किया था जो अच्छा प्रयास साबित हुआ है । उन्होंने कहा कि शास्त्रीय संगीत से डरने की नहीं बल्कि इसको जानने की जरूरत है क्योंकि क्लासिकल का भाव जिज्ञासा है और जानने की जिज्ञासा के साथ हमारी नजदीकी क्लासिकल संगीत के साथ होती है । उस्ताद ़फैयाज वसीफूदीन डागर के साथ तंबूर पर लारेंस वशिष्ट और शौविक बासु ने जबकि पखावज पर पंडित मोहन शाम शर्मा ने संगत की । इसके बाद इमदादखानी इटावा घराने के मशहूर सितार वादक उस्ताद निशात खान, सुरबहार वादक उस्ताद इरशाद खान और सरोद वादक उस्ताद वजाहत खान ने खमाज और राग दरबारी के साथ अन्य शास्त्रीय संगीत की पेशकारी की । उनके साथ राम कुमार मिश्रा, ऋषि उपाधी ने संगत की । शास्त्रीय संगीत शाम का मंच संचालन टीवी एंकर साधना श्रीवासतव ने किया ।

हेरिटेज उसतव के दूसरे दिन इस शास्त्रीय संगीत की शाम के दौरान आईजी पटियाला एऐस राय, अनीता ¨सह, डिप्टी कमिशनर कुमार अमित, अतिरिक्त डिप्टी कमिशनर (डी) पूनमदीप कौर के साथ शैलजा खन्ना, कैप्टन अमरजीत ¨सह जेजी, कर्नल आरऐस बराड़ समेत कई लोगों ने शिरकत की ।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.