गरीब लड़कियों की शादी के नाम पर फंड लेने पहुंचा फर्जी एडीसी का मुलाजिम
गरीब लड़कियों की शादी के नाम पर डोनेशन लेने की कोशिश में फर्जी एडीसी के मुलाजिम को थाना कोतवाली पुलिस ने काबू कर लिया।
जागरण संवाददाता, पटियाला
गरीब लड़कियों की शादी के नाम पर डोनेशन लेने की कोशिश में फर्जी एडीसी के मुलाजिम को थाना कोतवाली पुलिस ने काबू कर लिया। बहरहाल बाद में शिकायतकर्ता को आरोपित के घरेलू हालातों का वास्ता देकर दो दिन तक चले नाटकीय घटनाक्रम को यहां कोतवाली पुलिस ने रविवार शाम साढ़े 5 बजे खत्म कर दिया। थाना कोतवाली के इंस्पैक्टर राहुल कौशल ने बताया कि प्रीतमपाल ¨सह नाम का व्यक्ति एक एनजीओ चलाता है और उक्त व्यक्ति उसके लिए ही काम करता है। मामला वेरीफाई कर लिया गया है। डोनेशन लेने गए सलीम नाम के व्यक्ति को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया। वीरवार शाम को डोनेशन लेने के लिए शुरू हुआ ड्रामा दो दिन तक चला और रविवार को इसका अंत हुआ।
केस 1
वीरवार, समय रात के लगभग साढ़े 10 बजे
एक व्यक्ति शेरे पंजाब मार्केट की बीकानेर स्वीट्स पर आता है और मालिक न¨रदर कुमार से विजि¨टग कार्ड मांगते हुए कहता है कि एडीसी साहब ने कार्ड मंगवाया है। मालिक डर से कहता है क्या बात, कोई गुस्ताखी तो नहीं हो गई मुझसे क्या? जिस पर उक्त व्यक्ति कहता है नहीं-नहीं, एडीसी साहब गरीब लड़कियों की शादी कर रहे हैं, इस लिए कार्ड मंगवाया है। साहब चंडीगढ़ हैं। व्यक्ति विजि¨टग कार्ड लेता है और चला जाता है। (सीन 2)
शुक्रवार, समय रात के करीबन साढे 9 बजे
स्वीट्स शॉप मालिक न¨रदर को फोन आता है और कॉल करने वाला खुद को एडीसी चंडीगढ़ प्रितपाल ¨सह बताता है। वह न¨रदर से गरीब लड़कियों की शादी में सहयोग मांगता है। 18 तारीख को पटियाला के पाम कोर्ट में होने वाले इस कार्यक्रम के लिए दुकानदार से 11 हजार रुपए की मांग करता है। दुकानदार काम कम होने और जीएसटी भरने का हवाला देते हुए रकम कम करने को कहता है तो दूसरी ओर से 51 सौ रुपए मांगे जाते हैं और शनिवार की सुबह अपना बंदा भेजने की बात कही जाती है। केस 3
शनिवार, समय सुबह 8 बजे
दुकानदार न¨रदर कुमार पटियाला एडीसी आफिस में लगे अपने परिचित मुलाजिम को फोन करते हैं और चंडीगढ़ के एडीसी के डोनेशन मांगने की बात का खुलासा करते हैं तो मुलाजिम रकम न देने को कहता है। न¨रदर कुमार का मन नहीं मानता और वह यहां राजपुरा रोड पर स्थित पाम कोर्ट पैलेस पहुंच जाते हैं जहां उनकी बात पाम कोर्ट के मालिक से होती है और वे 18 तारीख को गरीब लड़कियों की शादी का प्रोग्राम न होने की बात कहते हैं। पैलेस के मालिक इस बात पर न¨रदर कुमार का मोबाइल नंबर लिख लेते है और खुद पुलिस को शिकायत करने की बात कहते हैं। जिस पर न¨रदर कुमार भी कोतवाली थाना पहुंचते हैं और अपने बाई भागीरथ को दुकान पर उक्त व्यक्ति के आने पर रोकने को कहते हैं। केस 4
समय करीबन 11 बजे वहीं व्यक्ति दुकान पर आता है और समय कम होने की बात कह डोनेशन देने की बात कहता है। इस दौरान भागीरथ इस व्यक्ति की गुप्त तरीके से मोबाइल से वीडियो बनाता है जिसमें उक्त व्यक्ति बताता है कि पीसीएस अधिकारी प्रितपाल ¨सह पटियाला में एसडीएम रह चुके है और गरीब लड़कियों की शादी पर लाखों रुपए खुद ही खर्च कर सकते है परंतु वे यहां के चु¨न्दा दुकानदारों को अपने साथ जोड़ना चाहते है। गरीब लड़कियों की शादी में कई लोगों की ओर से मोटर साइकिल और एलईडी तक देने की बात कहता है। व्यक्ति भगीरथ से कहता है पर्ची किस नाम से काटनी है तो भागीरथ कोतवाली बैठे न¨रदर कुमार को दूसरे फोन से फोन करते हैं। न¨रदर उनको कुछ देर में आने की बात कहते हैं। देर होने की सूरत में वे साहब की कोठी में आने की बात कहते है तो उक्त व्यक्ति बताता है साहब की कोठी तो चंडीगढ़ है, आप वहां थोड़ा आओगे। कुछ ही देर में दो पुलिस मुलाजिम वर्दी में और एक सिविल में न¨रदर कुमार के साथ दुकान पर आते है। सिविल वर्दी का मुलाजिम दुकान के अंदर आकर दूसरे मुलाजिमों को इशारा करता है तो वे भी अंदर आ जाते हैं। फंड लेने पहुंचे व्यक्ति से आई कार्ड मांगा जाता है परंतु कोई कार्ड नहीं मिलता। पहचान न होने कारण उक्त ?व्यक्ति को पुलिस मुलाजिम थाना कोतवाली ले जाते हैं।