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डेढ़ करोड़ रुपये की ठगी मारने वाली ¨सह लैंड इन्वेस्टमेंट कंपनी पर केस

सर¨हद रोड स्थित डीएलएफ कॉलोनी में खुली ¨सह लैंड इनवेस्टमेंट लिमिटेड कंपनी पर करीब डेढ़ करोड़ रुपए की ठगी का केस दर्ज हुआ है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 22 May 2018 08:14 PM (IST)Updated: Tue, 22 May 2018 08:14 PM (IST)
डेढ़ करोड़ रुपये की ठगी मारने वाली ¨सह लैंड इन्वेस्टमेंट कंपनी पर केस

जागरण संवाददाता, पटियाला

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सर¨हद रोड स्थित डीएलएफ कॉलोनी में खुली ¨सह लैंड इनवेस्टमेंट लिमिटेड कंपनी पर करीब डेढ़ करोड़ रुपए की ठगी का केस दर्ज हुआ है। इस मामले में थाना त्रिपड़ी पुलिस ने मैनेजमेंट में शामिल स¨वदर ¨सह खोखर व उसकी पत्नी र¨वदर कौर, बेटी सिमरत कौर निवासी न्यू पंजाब माता नगर पक्खोवाल रोड लुधियाना, आरोपित स¨वदर ¨सह के बेटे सहराव खोखर निवासी दुलता वाली गली गुरु नानक नगर बटाला जिला गुरदासपुर, रा¨जदर कुमार निवासी जीपी रोड नजदीर कार्गो मोटर्स वर्कशॉप जालंधर के खिलाफ मेघ ¨सह निवासी घुम्मण नगर सर¨हद रोड की शिकायत पर केस दर्ज किया है।

कंपनी बंद होने से 100 लोगों का पैसा डूबा

डीएलएफ कॉलोनी में पिछले 15 सालों से चल रही इस कंपनी के अचानक बंद होने से शहर के 100 के करीब लोगों का पैसा डूब गया है। फिलहाल 11 लोगों ने सामने आते हुए पुलिस को लिखित में शिकायत दी थी। दैनिक जागरण ने ठगी का खुलासा करते हुए खबर प्रकाशित की थी, जिसके बाद पुलिस ने पड़ताल में तेजी लाते हुए मामला दर्ज किया है।

साल 2017 में अचानक बंद हुई कंपनी

शिकायत देने वाले मेघ ¨सह ने बताया कि नाभा स्थित एसबीआइ से रिटायर मुलाजिम हैं। उन्होंने कंपनी में करीब पांच लाख रुपये इनवेस्ट किया था। यह कंपनी फिकस डिपोजिट की तर्ज पर इनवेस्ट करवाती है। शुरूआत में कंपनी की तरफ से ब्याज समय पर आता रहा, लेकिन बाद में अचानक कंपनी बंद हो गई। कंपनी के पटियाला के अलावा खन्ना, लुधियाना, मलेरकोटला, संगरूर, धूरी, जालंधर, अमृतसर व ब¨ठडा में ऑफिस खोले थे, जहां पर बैठे अधिकारियों ने 15 सालों से चल रही कंपनी के सुबूत दिखाते हुए आम बैंक से अधिक ब्याज देने के दावे किए थे। कुछ महीने तक पैसा बराबर मिलता रहा लेकिन बाद में पैसा मिलने में देरी होने लगी। ऐसा सभी लोगों के साथ हुआ, जिस वजह से सभी कंपनी के खिलाफ होने लगे। आखिर 2017 में कंपनी के आफिस को ताला लगा दिया, इस वजह से लोग इकट्ठे होकर कंपनी के लुधियाना निवासी मालिकों के पास भी गए।

आरबीआइ के लाइसेंस पर चल रह थी कंपनी :अमित

अमित गोयल ने कहा कि उन्होंने कंपनी में 70 लाख रुपये से अधिक पैसा इनवेस्ट किया था क्योंकि कंपनी के पास आरबीआइ के लाइसेंस व सभी दस्तावेज मौजूद थे। उनके साथ कंपनी व आरबीआइ दोनों की तरफ से धोखा हुआ है, इस मामले में वह कोर्ट में कंपनी व आरबीआइ के खिलाफ याचिका दायर करेंगे। कंपनी ने चरनदास से दस लाख रुपये, मेघ ¨सह से पांच लाख रुपये, सुशील कुमार से एक लाख 12 हजार रुपये, राज रानी ने 9 लाख 95 हजार रुपए, कृष्णा देवी ने तीन लाख 81 हजार रुपए, इंद्रजीत ¨सह ने 85 हजार रुपए, सुदेश गोयल ने 17 लाख 82 हजार रुपए, सोनिया गोयल 12 लाख 35 हजार रुपए, अमित गोयल से 70 लाख रुपये अधिक, धर्मवीर निवासी नाभा ने सात लाख 28 हजार रुपए, हरजीत ¨सह निवासी दुर्गापुर ने दो लाख 77 हजार रुपये ठगे हैं।

पहले भी हो चुकी कंपनी ने ठगी

बतां दे कि अप्रैल महीने की दो तारीख को ही त्रिपड़ी पुलिस ने

पूर्वांचल मल्टीस्टेट व मल्टीपर्पज को-आपरेटिव सोसायटी बनाकर लोगों ठगी मारने का केस दर्ज किया था। कंपनी ने 150 के करीब लोगों के दो करोड़ 52 लाख रुपये से अधिक ठग लिए थे। इस मामले में रिटायर आइजी जेल गुरदर्शन ¨सह निवासी दीप नगर, सोसायटी के जिला इंचार्ज ओम प्रकाश सहित अन्य लोगों की शिकायत के आधार पर थाना त्रिपड़ी में मुकद्दमा नंबर 83 दर्ज किया था। यह मामला गुरसेवक ¨सह ढिल्लों, हरपाल ¨सह, प्रदीप निवासी जिला फिरोजपुर, समीर यूसुफ खान, नूर हसन शाह के खिलाफ दर्ज हुआ था। वहीं नेचर हाईट्स कंपनी भी इसी तरह से लोगों से 40 करोड़ रुपए से अधिक पैसा ठगने के मामले में कंपनी मालिक को गिरफ्तार किया जा चुका है।


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