प्रदेश सरकार के खिलाफ गरजीं आंगनबाड़ी वर्कर्स
पटियाला केंद्र सरकार द्वारा आंगनवाड़ी कर्मचारियों के वेतन बढ़ोतरी के फैसले को राज्य सरकार की ओर से लागू न करते हुए वेतन में कट लगाने के रोष में आंगनवाड़ी वर्करों और हेल्परों ने डीसी दफ्तर के बाहर धरना प्रदर्शन किया।
जागरण संवाददाता, पटियाला : केंद्र सरकार द्वारा आंगनवाड़ी कर्मचारियों के वेतन बढ़ोतरी के फैसले को राज्य सरकार की ओर से लागू न करते हुए वेतन में कट लगाने के रोष में आंगनवाड़ी वर्करों और हेल्परों ने डीसी दफ्तर के बाहर धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान वर्करों-हेल्परों ने इस संबंधी पंजाब सरकार की तरफ से जारी नोटिफिकेशन की कापी जलाते हुए नारेबाजी भी की। इसके बाद कर्मचारियों ने मांगों संबंधी तहसीलदार पुष्पराज गोयल को मांगपत्र भी दिया।
इस दौरान आंगनवाड़ी मुलाजिम यूनियन की सूबा वित्त सचिव अमृतपाल कौर ने बताया कि कैप्टन सरकार ने केंद्र सरकार की तरफ से आंगनवाड़ी कर्मचारियों के वेतन में किये विस्तार में 40 प्रतिशत कटौती की है। यूनियन के लंबे संघर्ष के बाद सितंबर 2018 में मोदी सरकार की तरफ से 1500 रुपए वर्कर, 1250 मिनी वर्कर और 750 रुपए हेल्पर के मान भत्ते में वृद्धि करने का ऐलान किया था जोकि अक्तूबर 2018 से लागू होना था। लेकिन कई महीने बीत जाने के बाद भी पंजाब सरकार की तरफ से आंगनवाड़ी कर्मचारियों के वेतन में डाले जाने वाला 40 प्रतिशत शेयर न डालकर केवल 900 रुपये देने का नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया। जिसके रोषस्वरूप प्रदर्शन किया गया। इस दौरान आंगनबाड़ी मुलाजिमों ने मांग की कि कटौती रकम राज्य सरकार द्वारा जल्द जारी की जाये। यूनियन ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांग पूरी न हुई तो संघर्ष तेज किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सत्ता में आने से पहले मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह ने कहा था कि आंगनबाड़ी वर्करों-हेल्परों की मुश्किलों का हल पहल के आधार पर किया जायेगा। लेकिन इसके उल्ट कैप्टन सरकार ने कर्मचारियों के वेतन में कटौती कर दी। इस मौके बलविदर कौर, अमरजीत कौर समाना, परमजीत कौर, बलजीत कौर, माया कौर, खुशदीप शर्मा, जसविदर कौर, धर्म कौर, अनूप कौर, शांति देवी, जसपाल कौर, हरमेश कौर, करमजीत कौर, सरोज, सोनी उपस्थित रहे।