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रिश्वत केस : अनाज मंडी थाने के चपरासी के खाते से मिले तीन लाख रुपये

थाना अनाज मंडी में एसएचओ के चपड़ासी अशोक कुमार की विजिलेंस पुलिस की ओर से गिरफ्तारी के बाद तीन बैंक खाते में मिले हैं। इन बैंक खातों दस लाख रुपये के करीब ट्रांजेक्शन की डिटेल्स मिली है जबकि खाते में मौजूदा समय में दो लाख

By JagranEdited By: Published: Tue, 17 Jul 2018 09:03 PM (IST)Updated: Tue, 17 Jul 2018 10:33 PM (IST)
रिश्वत केस : अनाज मंडी थाने के चपरासी के खाते से मिले तीन लाख रुपये

प्रेम वर्मा ' पटियाला

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थाना अनाज मंडी में एसएचओ के चपरासी अशोक कुमार की विजिलेंस पुलिस की ओर से गिरफ्तारी के बाद तीन बैंक खाते मिले हैं। इन बैंक खातों दस लाख रुपये के करीब ट्राजेक्शन की डिटेल्स मिली है, जबकि खाते में मौजूदा समय में 2.80 लाख रुपये जमा मिले हैं। इन पैसों की विजिलेंस की ओर से पड़ताल की जा रही है। गिरफ्तार किए चपरासी अशोक कुमार ने विजिलेंस को बताया कि रुपये उसके भाई का है, जिसकी काफी समय पहले मौत हो चुकी है। भाई की मौत के बाद अशोक की शादी उसकी ही भाभी के साथ करवा दी थी, जिस वजह से बड़े भाई के पैसों का लेन-देन का जिम्मा भी मिला था। फिलहाल विजिलेंस अधिकारियों ने उसकी स्टेटमेंट के आधार पर पड़ताल शुरू कर दी है। मौजूदा समय में आरोपित चपरासी अशोक कुमार जेल में है, जिसे जरूरत पड़ने पर दोबारा से रिमाड पर लिया जा सकता है। डीएसपी विजिलेंस केडी शर्मा ने कहा कि बैंक खाते में करीब तीन लाख रुपये मिले थे, जो आरोपित अशोक ने अपने बड़े भाई का बताया है। इस संबंध में दस्तावेज भी सबमिट करवाए हैं, जिनकी वेरीफिकेशन करने के बाद रिपोर्ट बना ली है।

संगरूर पुलिस ने मागा अशोक कुमार का ब्यौरा : अनाज मंडी थाना का पीएसओ अशोक कुमार संगरूर जिले की भर्ती है, जिसने अपनी ट्रासफर पटियाला करवा ली थी। हालाकि उसका पूरा रिकॉर्ड संगरूर जिले में मेंटेन किया जाता है और उसकी सैलरी भी संगरूर जिले से बनाई जाती थी। पिछले कुछ समय से यहा अनाज मंडी थाना में तैनात रहने के बावजूद संगरूर पुलिस के पास उसका रिकॉर्ड अपडेट नही हो पाया था। ऐसे में संगरूर से विजिलेंस आफिस पहुंची लेटर में अशोक कुमार के बारे में पूरी जानकारी मागी गई है, जिसमें उसकी पोस्टिंग के बारे में भी पूछा गया है। डीएसपी विजिलेंस केडी शर्मा ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि उनके ऑफिस में एक लेटर रिसीव हुआ है,जिसमें अशोक कुमार संबंधी डिटेल्स संगरूर पुलिस की ओर से मागी गई है। एएसआइ गुरमीत सिंह को विजिलेंस ने 27 जून को किया था गिरफ्तार

विजिलेंस के पास दर्ज केस के अनुसार तरनजीर्त ंसह निवासी अबचल नगर सर्रंहड रोड ने मोबाइल फोन की दुकान भारत नगर इलाके में खोली हुई है। दुकान पर कुछ दिन पहले एएसआइ गुरमीत व अन्य मुलाजिम आए थे, जिन्होंने उसे धमकाया कि वह मोबाइल फोन की दुकान की आड़ में शराब बेचने का धंधा करता है। तरनजीत की ओर से इन्कार किए जाने पर एएसआइ गुरमीर्त ंसह ने कहा कि वह शराब तस्करी का झूठा केस भी डाल सकता है, जिस वजह से तरनजीर्त ंसह डर गया। मामला लेनदेन पर आया तो तीस हजार रुपये में गुरमीर्त ंसह मामला निपटाने की बात कही। तरनजीर्त ंसह ने इतना पैसा देने में असमर्थ होने की बात कही तो बीस हजार रुपये फाइनल हो गए। मंगलवार शाम को तय समय पर तरनजीर्त ंसह सिर्फ 14 हजार रुपये ही इकट्ठे कर सका। यह रिश्वत लेते हुए एएसआइ गुरमीर्त ंसह को विजिलेंस ने 27 जून को गिरफ्तार किया था। इस केस में हवलदार हर्रंजदर्र ंसह व पीएसओ टू एसएचओ अशोक कुमार को भी नामजद किया था क्योंकि रिश्वत की रकम से इन लोगों को भी हिस्सा मिलना था। गुरमीर्त ंसह को गिरफ्तार करने के समय दोनों आरोपित शहर से बाहर थे, लेकिन बाद में इन लोगों को गिरफ्तार करने के बाद अदालत में पेश कर जेल भेज दिया था।


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