दो बार रिमाइंडर भेजने के बाद भी बम डिफ्यूज करने नहीं पहुंची टीम
मिलिट्री एरिया के नजदीक स्थित प्रताप नगर में खोदाई के दौरान मिले हैंड ग्रेनेड को छह दिन बीत चुके हैं लेकिन अभी तक इन्हें डिफ्यूज नहीं किए हैं।
जागरण संवाददाता, पटियाला
मिलिट्री एरिया के नजदीक स्थित प्रताप नगर में खोदाई के दौरान मिले हैंड ग्रेनेड को छह दिन बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक इन्हें डिफ्यूज नहीं किए हैं। वजह यह है कि छह दिन के दौरान दो बार रिमाइंडर भेजने पर भी सोमवार को बम डिफ्यूज करने वाली टीम पटियाला नहीं आई। सोमवार को मॉडल टाउन चौकी पुलिस ने टीम के अधिकारियों से संपर्क किया तो जवाब मिला कि अभी टीम तैयार नहीं हो पाई है। तैयारी होने के बाद भेज देंगे, जिसके बाद पुलिस ने चुप्पी साध ली। माडल टाउन चौकी इंचार्ज एएसआइ बलजीत सिंह ने कहा कि टीम को दो बार रिमाइंडर दे चुके हैं, लेकिन उनकी टीम अभी तैयार नहीं हुई है। ऐसे में सुरक्षा के मद्देनजर हैंड ग्रेनेड को शहर के बाहर रखा है, टीम के आने के बाद बम को डिफ्यूज करेंगे।
बता दें कि प्रताप नगर में ले. कर्नल जसमेर सिंह धालीवाल का पुराना मकान था, जिसे तोड़ने के बाद दोबारा से निर्माण किया जा रहा था। मकान 35 साल से भी पुराना बताया जा रहा है, यहां पर खोदाई के दौरान 13 मार्च को मजदूरों को हथियार दिखाई दिए तो उन्होंने तुरंत कर्नल को जानकारी दी। जिन्होंने संबंधित पुलिस थाने में सूचित कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस को मिट्टी में दबे 4 ग्रनेड, एके-47 रायफल, एक स्टेनगन, एक मैगजीन स्टेनगन, बट्ट स्टेन गन, एके-47 के 4 कारतूस, राइफल साफकरने वाले दो फुलतरू (ब्रश), स्टेनगन के 15 कारतूस, एक डिबिया डेटोनेटर मिले थे। जिसके बाद बम डिफ्यूज करने वाली टीम को सूचित करने के बाद हथियार को थाने पहुंचाया गया। टीम के आने में देरी देखते हुए हैंड ग्रेनेड को शहर के बाहर सुरक्षित रखा है।
पहले असलहा डिपो होने की आशंका चलते आर्मी अधिकारी पहुंचे मौके पर
प्रताप नगर के जिस प्लाट से यह हथियार मिले हैं, उसके नजदीक ही आर्मी एरिया की सीमा लगती है। ऐसे में आर्मी के अधिकारी शनिवार को घटनास्थल से जायजा लेकर वापस लौट गए। बताया जा रहा है कि इस जगह पर किसी समय में असलहा डिपो था, जिस वजह से आर्मी अधिकारियों ने मौके का मुआयना करने के बाद जिला प्रशासन से तालमेल करने की बात कही है। मौके पर आई आर्मी अधिकारियों ने घटनास्थल पर दौरा करने के बारे में मॉडल टाउन चौकी पुलिस को सूचना नहीं दी थी।