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730 हुए डेंगू के मरीज, 407 के काटे चालान

जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या 730 तक जा पहुंची है। शुक्रवार को भी शहर की अधिकतर कॉलोनियों से सेहत विभाग और नगर निगम की टीम को चे¨कग के दौरान डेंगू का लारवा मिला है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 05 Oct 2018 06:40 PM (IST)Updated: Fri, 05 Oct 2018 08:10 PM (IST)
730 हुए डेंगू के मरीज, 407 के काटे चालान
730 हुए डेंगू के मरीज, 407 के काटे चालान

जागरण संवाददाता, पटियाला

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जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या 730 तक जा पहुंची है। शुक्रवार को भी शहर की अधिकतर कॉलोनियों से सेहत विभाग और नगर निगम की टीम को चे¨कग के दौरान डेंगू का लारवा मिला है। सेहत विभाग की टीमों को 42 घरों से डेंगू का लारवा मिला और विभाग ने चालान काटने के बाद जुर्माना लगाया। इससे पहले टीमों ने 365 लोगों के चालान काटे हैं। आज के चालान सहित अब कुल 407 चालान हो गए हैं।

डीसी कुमार अमित खुद घरों में जाकर लारवा की चे¨कग कर रहे हैं। उन्होंने सिविल सर्जन के साथ चर्चा करके आदेश दिया है कि अब जिसके घर में लारवा मिलेगा, उसका चालान निश्चित काटा जाएगा और दोबारा उसी घर में लारवा मिला तो पुलिस केस भी दर्ज होगा ।

डेंगू फीवर से ऐसे बचें

डेंगू से बचाव के लिए सबसे पहले हमें मच्छर से खुद को बचाना है। घर के भीतर या बाहर वहां पानी जमा न होने दें, अकसर घरों के भीतर बैग, प्लास्टिक कैन, गमले, सड़कों पर या कूलर में पानी जमा रहता है। रात को सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें और पूरी बाजू के कपड़े और हाफ के बजाय पूरी पैंट व पांवों में चप्पल के बजाय बूट पहनने चाहिएं। अगर आप किसी नई जगह पर जा रहे हैं, तो मच्छरों से बचने के उत्पादों का प्रयोग करें। घर के आसपास साफ सफाई का खास ख्याल रखें, 5 दिन से अधिक समय तक बुखार होने पर रक्त की जांच करवाएं। डेंगू होने की सूरत में आराम करना और पानी की कमी को पूरा करना बहुत जरूरी हो जाता है । डेंगू को बुखार को लेकर लोगों में बहुत गलत धारणा है कि डेंगू से मौत निश्चित है। ऐसा बिलकुल नहीं है बल्कि डेंगू बुखार से होने वाली मौत एक प्रतिशत से भी कम है। डेंगू का बुखार एक से दो हफ्ते तक रहता है ।

427 मरीजों ने खिलाई डेंगू बचाव की दवा

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जागरण संवाददाता, पटियाला

डॉ. हरकीरत सिद्धू की याद को समर्पित गुरुद्वारा ¨सह सभा गुरुनानक नगर में कैंप का आयोजन किया गया। इसमें लोगों को डेंगू से बचाव के लिए मुफ्त दवा दी गई। इस दवा का प्रभाव एक से डेढ़ महीने तक रहता है और यह दवा खाने से व्यक्ति डेंगू की मार से बचा रहता है। इस मौके पर उमंग वेलफेयर के प्रधान अरविन्दर ¨सह के साथ कानूनी सलाहकार और योगेश पाठक ने बताया कि कैंप में डा. अर्चना और मैडम अमनदीप कौर के सहयोग के साथ 427 मरीजों को मु़फ्त डेंगू बचाव दवा खिलाई गई । इस मौके पर अमित कुमार, नरिन्दर गोल्डी, सीनियर मीत प्रधान तरनवीर कोहली, उप-प्रधान हरमनदीप ¨सह, प्रधान जगीर ¨सह और सिद्धू होम्योपैथिक सेंटर की टीम के अलावा इलाका निवासी मौजूद रहे ।


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