जमीन की रजिस्ट्री को लेकर तहसील दफ्तर और किसान यूनियन आमने सामने
गांव सुद्धेवाल के किसान बंत सिंह की जद्दी जमीन को उसके छह वारिसों में केवल दो पुत्रों के नाम करवाने की रजिस्ट्री को कानूनी पेचीदगियों के चलते कुछ दिन रोकना तहसील दफ्तर भादसों के लिए तब परेशानी का सबब बन गया।
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जेएनएन, भादसों, पटियाला
गांव सुद्धेवाल के किसान बंत सिंह की जद्दी जमीन को उसके छह वारिसों में केवल दो पुत्रों के नाम करवाने की रजिस्ट्री को कानूनी पेचीदगियों के चलते कुछ दिन रोकना तहसील दफ्तर भादसों के लिए तब परेशानी का सबब बन गया। जब किसान यूनियन डकौंदा ने ब्लॉक प्रधान गुरबचन सिंह कनसूहा, राम सिंह मटोरड़ा और जगमेल सिंह सुद्धेवाल आदि के नेतृत्व में यूनियन की तरफ से तहसील दफ्तर भादसों गेट के आगे धरना लगा दिया। इस मौके अलग अलग किसान नेताओं ने अपने संबोधन में माल विभाग के स्थानीय आधिकारियों पर रिश्वतखोरी के गंभीर आरोप भी लगाए। दूसरी तरफ मामले पर रौशनी डालते नायब तहसीलदार मु़ख्तयार सिंह ने बताया कि उक्त मामले में किसान बंत सिंह के वारिस दो पुत्रों और चार बेटियों के बीच जद्दी •ामीन को लेकर अदालती केस चलता है और रेवन्यू रिकार्ड में इस केस में हुआ स्टे का आर्डर भी दर्ज था। इस कानूनी केस की स्थिति सपष्ट करने के लिए दफ्तर की तरफ से किसान से कुछ रिकार्ड मांगा गया था जिसको देने के लिए संबंधित पार्टी टाल मटोल करती रही जिस कारण रजिस्ट्री की कार्रवाई कुछ दिन रोकनी पड़ी। वारिसों की तरफ से हलफीया ब्यान और अदालती रिकार्ड प्राप्त होने के बाद रजिस्ट्री कर दी गई है। रिश्वत़खोरी के आरोपों को बेबुनियाद बताते मु़ख्तयार सिंह ने कहा कि तहसील दफ्तर में हर काम पारदर्शी और रिश्वत से बगैर होता है। ऐसे में यदि कोई बाहरी व्यक्ति तहसील दफ्तर के नाम के रिश्वत मंगता है तो उसकी शिकायत तहसीलदार के पास की जाए, ऐसे आरोपित को कानून स़ख्त सजा दिलाई जाएगी।
(नरिन्दर बिल्लू)