पाकिस्तान की टीचर व अंबाला के युवक का प्यार चढ़ा परवान
भारत-पाकिस्तान सरहद पर भले ही तनाव हो लेकिन मोहब्बत ऐसा हथियार है जिसकी कोई सीमा नहीं होती। अंबाला के गांव तेपला का 33 वर्षीय परविदर सिंह शनिवार को पाकिस्तान के सियालकोट की 27 वर्षीय किरन चीमा के साथ शादी के बंधन में बंध गया। दोनों के आनंद कारज पटियाला के गुरूद्वारा श्री खेल साहिब में संपंन्न हुए। जानकारी अनुसार किरन बीए पास हैं और पाकिस्तान में पेशे से अध्यापिका हैं। किरन 2014 में भारत आई थी और इस दौरान वो परविदर से पहली बार मिली थी। उससे दो साल बाद दोनों ने अपने परिवार को शादी करवाने संबंधी इच्छा व्यक्त की। जिसके बाद दोनों परिवार सहमत हो गए। इस दौरान 2016 में दोनों की सगाई भी हो गई थी।
जागरण संवाददाता, पटियाला
भारत-पाकिस्तान सरहद पर भले ही तनाव हो, लेकिन मोहब्बत ऐसा हथियार है जिसकी कोई सीमा नहीं होती। अंबाला के गांव तेपला का 33 वर्षीय परविदर सिंह शनिवार को पाकिस्तान के सियालकोट की 27 वर्षीय किरन चीमा के साथ शादी के बंधन में बंध गया। दोनों का आनंद कारज पटियाला के गुरुद्वारा श्री खेल साहिब में संपन्न हुआ।
जानकारी के अनुसार किरन बीए पास है और वह पाकिस्तान में पेशे से अध्यापिका है। किरन 2014 में भारत आई थी और इस दौरान वह परविदर से पहली बार मिली थी। उससे दो साल बाद दोनों ने अपने-अपने परिवार से उनकी शादी करवाने संबंधी इच्छा व्यक्त की। जिस पर दोनों परिवार सहमत हो गए। इस दौरान 2016 में दोनों की सगाई भी हो गई थी। जानकारी के अनुसार अंबाला के परविदर सिंह टेलीकॉम ठेकेदार हैं और वह तीन बहनों का इकलौता भाई है।
इस बारे में परविदर ने बताया कि किरन का परिवार उसकी चाची के दूर के रिश्तेदार हैं, जो 1947 में देश विभाजन के समय सयालकोट में रह गए थे। परविदर ने बताया कि किरन और उसके परिवार को पटियाला जिले के लिए 45 दिन का वीजा मिला है। जिसे वह विवाह के बाद बढ़ाने के लिए अप्लाई करेंगे। इसके साथ ही यह कोशिश भी रहेगी कि किरन को अंबाला में रहने के लिए ही वीजा मिल जाए। जिससे वे एकसाथ अपने घर में रह सकें।
बता दें कि किरन परविदर से शादी करवाने के लिए अपने पिता सुरजीत चीमा, माता समायरा, भाई अमरजीत व बहन रमनजीत कौर के साथ समझौता एक्सप्रेस से पटियाला आई हुई हैं।
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दोनों परिवारों में खुशी का माहौल
किरन व परविदर के दोनों परिवारों में शादी को लेकर खुशी का माहौल है। इस मौके पर परविदर की मां पुष्पिंदर कौर व भाई लखविदर सिंह ने कहा कि आज उनके लिए सबसे बड़ी खुशी का दिन है। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान की स्थिति अलग है, लेकिन दोनों देशों के नागरिक अमन- शांति के साथ मिलजुल कर रहना चाहते हैं। इसी सोच के साथ ही दोनों परिवारों ने इस स्थिति में रिश्ता जोड़कर आपसी प्रेम का संदेश दिया है। लड़की की मां समायरा चीमा ने कहा कि उनकी बेटी की शादी भारत में हुई है, इसकी उन्हें बहुत खुशी है। उन्होंने बताया कि उनके परिजन पाक और भारत दोनों देशों में हैं और इस शादी के जरिये उन्होंने अपनी पुरानी साझ को आगे बढ़ाया है।