पहले दिन सिर्फ दस फीसद बच्चे ही पहुंचे स्कूल
राज्य सरकार ने वीरवार से सभी सरकारी व प्राइवेट स्कूलों को खोलने का फैसला किया था।
जागरण संवाददाता, पटियाला : राज्य सरकार ने वीरवार से सभी सरकारी व प्राइवेट स्कूलों को खोलने का फैसला किया था। पांचवीं से 12वीं तक के बच्चों को ही स्कूल आने की इजाजत थी। स्कूल वालों ने भी इस संबंध में अभिभावकों को वाट्सएप और एसएमएस द्वारा सूचना दे दी थी। इसके बावजूद आज पहले दिन स्कूलों में विद्यार्थियों की उपस्थिति नाममात्र ही दिखी। पहले दिन सिर्फ दस फीसद बच्चे ही स्कूल पहुंचे। इसका कारण अभिभावकों में कोरोना वायरस का डर और स्कूलों में चल रही पीटीएम है। पीटीएम तीन दिन चलेगी, इसके बाद विद्यार्थियों की संख्या बढ़ने की संभावना है।
इस बारे में कुछ स्कूलों मैनेजमेंट अधिकारियों का कहना है कि अभिभावकों की सहमति के बाद ही बच्चों को स्कूल बुलाया जाएगा। स्कूल प्रबंधन आनलाइन पढ़ाई भी जारी रखेगा। उधर, डीईओ सेकेंडरी हरिदर कौर व एलिमेंट्री अमरजीत सिंह ने कुछ सरकारी स्कूलों में पहुंचकर विद्यार्थियों व अध्यापकों का स्वागत किया। डीईओ ने कहा कि स्कूलों में कोविड-19 के नियमों का सख्ती से पालन करवाया जाएगा। स्कूलों ने ये किए हुए हैं प्रबंध
- सारी कक्षाओं को सैनिटाइज कर लिया था।
- बच्चों के लिए सैनिटाइजर का भी प्रबंध किया था।
- स्कूलों में हाथ धोने के लिए साबुन का भी प्रबंध था।
- किसी के पास मास्क नहीं है तो स्कूल में मास्क का भी प्रबंध था।
- अध्यापकों, स्कूल स्टाफ व बच्चों को मास्क पहने के दिए गए थे निर्देश पहला दिन होने के चलते कम संख्या में ही बच्चे स्कूल आए। पांचवी से सातवीं तक के विद्यार्थी तो स्कूल आए ही नहीं। अभिभावकों को स्कूल खुलने की सूचना दी जा चुकी है और उनकी सहमति मिलने के बाद ही विद्यार्थियों को स्कूल आने दिया जाएगा।
- निर्मल गोयल, प्रिसिपल पंजाबी यूनिवर्सिटी सीनियर सेकेंडरी स्कूल स्कूल में बड़ी कक्षाओं के पेपर चल रहे है। फिलहाल अभी बाकी क्लासों के बच्चों को स्कूल नहीं बुलाया है। अभी एक हफ्ता बच्चों को स्कूल नहीं बुलाएंगे। अभिभावकों की सहमति के बाद ही बच्चों को स्कूल बुलाया जाएगा।
-विवेक कुमार, डीएवी पब्लिक स्कूल