295 नर्सेस को दो माह और 90 को एक माह का नहीं मिला वेतन
प्रदेश की स्टाफ नर्सिज ने दो महीने से वेतन न मिलने के कारण राजिदरा अस्पताल की ओपीडी के बाहर आज सुबह न केवल प्रदर्शन किया बल्कि सेहत मंत्री के समक्ष मांग रखी कि उनका वेतन जल्द जारी किया जाए।
जागरण संवाददाता, पटियाला : प्रदेश की स्टाफ नर्सिज ने दो महीने से वेतन न मिलने के कारण राजिदरा अस्पताल की ओपीडी के बाहर आज सुबह न केवल प्रदर्शन किया, बल्कि सेहत मंत्री के समक्ष मांग रखी कि उनका वेतन जल्द जारी किया जाए। मौजूदा समय में वे कोरोना वायरस (कोविड-19) जैसी आपदा से जूझते हुए वायरस के संदिग्ध व पॉजिटिव मरीजों की देखभाल कर रही हैं।
रेगुलर नर्सिग स्टाफ की प्रधान मनजीत कौर धालीवाल ने बताया कि मजबूरीवश सेहत विभाग अधिकारियों के खिलाफ प्रदर्शन किया है, क्योंकि उनकी दो महीने का वेतन आज तक रिलीज नहीं किया गया। वह अपनी ड्यूटी के प्रति लगातार वफादारी निभा रहे हैं। वेतन नहीं मिलने की शिकायत लेकर राजिदरा अस्पताल की फाइनांस सुपरिंटेंडेंट, मेडिकल सुपरिटेंडेंट, मेडिकल कॉलेज के प्रिसिपल सहित डायरेक्टर रिसर्च एंड मेडिकल एजुकेशन (डीआरएमई) से मिल चुकी हैं, लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला। उन्होंने कहा कि मुझे व 35 स्टाफ नर्सेस को वेतन नहीं मिला है।
प्रदेश प्रधान कर्मजीत कौर औलख ने बताया कि करीब एक साल पहले कांट्रेक्ट से रेगुलर होने वाले नर्सिग स्टाफ की 260 सदस्यों को दो माह व 90 नर्सो को एक माह का वेतन नहीं मिला है। यह सभी सदस्याएं पटियाला, अमृतसर व फरीदकोट के मेडिकल कॉलेज के अधीन हैं। औलख ने बताया कि करीब 20 नर्से सुबह, शाम व रात को कोरोना वायरस के पीड़ित व संदिग्ध मरीजों की देखभाल कर रही हैं, लेकिन उन्हें आज तक वेतन नहीं दिया गया है। वैसे भी इनको दो साल के प्रोबेशन पीरियड का करीब सात हजार ही वेतन मिलता है, जिससे घर चलाना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने कहा कि हर महीने के पहले सप्ताह में वेतन उनके खाते में आ जाता है। बुधवार को मीटिग कर उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जल्द वेतन नहीं मिला तो काम छोड़ हड़ताल करेंगी।