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कूड़े के निपटारे का समय खत्म अब जुर्माना-जिम्मेदारी तय होगी

पटियाला पहुंची नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) की टीम ने कूड़ा प्रबंधन न होने पर तीखे तेवर दिखाते हुए कहा कि कूड़े के निपटारे का पहले ही समय निकल चुका है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 14 Jan 2020 12:42 AM (IST)Updated: Tue, 14 Jan 2020 06:07 AM (IST)
कूड़े के निपटारे का समय खत्म अब जुर्माना-जिम्मेदारी तय होगी
कूड़े के निपटारे का समय खत्म अब जुर्माना-जिम्मेदारी तय होगी

जागरण संवाददाता, पटियाला : पटियाला पहुंची नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) की टीम ने कूड़ा प्रबंधन न होने पर तीखे तेवर दिखाते हुए कहा कि कूड़े के निपटारे का पहले ही समय निकल चुका है। अब जुर्माना और अधिकारियों की जिम्मेदारी तय होगी। एनजीटी सभी कामों का खुद निरीक्षण करेगी। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की मॉनिटरिग कमेटी के चेयरमैन और पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के पूर्व जज जसबीर सिंह ने जिला अधिकारियों को कूड़े का निपटारा करने पर गंभीर होने को कहा।

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पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के वातावरण इंजीनियर, डिप्टी डायरेक्टर लोकल बॉडी, नगर निगम के संयुक्त कमिश्नर की ओर से तैयार प्रेजेटेंशन देखने के बाद एनजीटी की टीम के चेयरमैन जसबीर सिंह ने कहा कि कूड़े के निपटारे के लिए जमीनी स्तर पर काम किए जाने चाहिए। उन्होंने लोगों को भी कूड़ा खुले में न गिराकर जिम्मेदारी निभाने को कहा।

एनजीटी की टीम ने शहर में कूड़े के डंप को चारदीवारी से ढकने के साथ-साथ वहां पर ग्रीन बेल्ट विकसित करने को कहा। पिछले साल हुए स्वच्छता सर्वेक्षण में डंप के साथ छोटी नदी के हालातों का जायजा लिया गया तो नदी के साथ ही ग्रीन बेल्ट विकसित करने को कहा गया था। छोटी नदी के आसपास ग्रीन बेल्ट विकसित करने के प्रयास भी हुए परंतु समय बीतने के बाद भी हालात जस के तस रहे।

अस्पतालों का हो औचक निरीक्षण

जिले के सेहत केंद्रों से 750 किलो रोजाना बॉयो मेडिकल वेस्ट निकल रहा है। वहीं 31 पोल्ट्री फार्म में बीठ से मक्खियां और दुर्गंध पैदा हो रही है। एनजीटी की टीम ने इन समस्या के समाधान के लिए अस्पतालों की अचानक जांच करने और मौके पर सैंपल भरने को कहा। अस्पतालों में बॉयो मेडिकल वेस्ट प्रबंधन न होने की समस्या गंभीर बनी हुई है जिन पर कार्रवाई नाममात्र है।

रखा जाए रिकार्ड

पूर्व जज जसबीर सिंह ने प्लास्टिक वेस्ट को संभालने, घरों से निकल रहे गीले और सूखे कूड़े को अलग-अलग उठाने, खुले में कूड़ा गिराने, कूड़ा उठाने वाले, मैटीरियल रिकवरी फेसिलेटर सेंटर और कंपोस्ट पिट्स की समीक्षा करने के बाद कहा कि कूड़े की पैदावार और इसके निपटारे के तरीकों का पूरा रिकार्ड रखा जाना चाहिए।

लागू होंगे एनजीटी के आदेश : डीसी

डीसी कुमार अमित ने कहा कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेशों को पूरी तरह से लागू किया जाएगा। सनौरी अड्डा में गंदगी के डंप को खत्म करने के लिए ट्रैमिल मशीन खरीदी जा रही है। जिले में कूड़े के निपटारे के लिए तय समय सीमा के अंदर काम किए जाएंगे।


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