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नाभा जेल ब्रेक कांड : गैंगस्टर नीटा दियोल को हथियार व नशा पहुंचाने वाले गांधी ग्रुप का मौजूदा व पूर्व प्रधान गिरफ्तार

प्रेम वर्मा, पटियाला नाभा स्थित मेक्सिमम सिक्योरिटी जेल ब्रेक करने वाले कुलप्रीत ¨सह उर्फ नीटा ि

By JagranEdited By: Published: Tue, 31 Oct 2017 08:39 PM (IST)Updated: Tue, 31 Oct 2017 08:39 PM (IST)
नाभा जेल ब्रेक कांड : गैंगस्टर नीटा दियोल को हथियार व नशा पहुंचाने वाले गांधी ग्रुप का मौजूदा व पूर्व प्रधान गिरफ्तार
नाभा जेल ब्रेक कांड : गैंगस्टर नीटा दियोल को हथियार व नशा पहुंचाने वाले गांधी ग्रुप का मौजूदा व पूर्व प्रधान गिरफ्तार

प्रेम वर्मा, पटियाला

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नाभा स्थित मेक्सिमम सिक्योरिटी जेल ब्रेक करने वाले कुलप्रीत ¨सह उर्फ नीटा दियोल को गांधी ग्रुप स्टूडेंट यूनियन पंजाब यूनिवर्सिटी के पूर्व प्रधान व मौजूदा प्रधान मिलकर नशा व हथियार पहुंचाते थे। सीआइए स्टाफ पटियाला टू ने मौजूदा प्रधान अरमानदीप ¨सह चीमा निवासी बगीची हेत राम और पूर्व प्रधान हरमन ¨सह विर्क को गिरफ्तार कर लिया है। इन लोगों के बैंक खाते में चाइनीज डेबिट व क्रेडिट कार्ड के साथ पकड़े गए रोमी ने हांगकांग से करीब पांच लाख रुपये की राशि पहुंचाई थी, जिसके बाद इन लोगों ने कपूरथला व पटियाला सेंट्रल जेल में हेरोइन, स्मैक, अफीम व अन्य नशे की खेप पहुंचाई थी। जेल स्टाफ की मिलीभगत से उक्त नशा जेल में बंद गैंगस्टर तक पहुंचाया जाता था। यह लोग अब तक गुरप्रीत सेखों, रिक्की मोगा व अन्य गैंगस्टरों को भी नशा व हथियार सप्लाई कर चुके हैं।

यह बरामद हुआ है आरोपियों से

एसपी डी हर¨वदर ¨सह विर्क ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि उक्त आरोपियों पर धारा 392, 382, 384, 506, 148, 149, 120 -बी आइपीसी, एनडीपीएस एक्ट व आ‌र्म्स एक्ट के तहत मुकद्दमा नंबर 57 थाना सदर राजपुरा में दर्ज किया है। इन लोगों को इंस्पेक्टर बिक्रमजीत ¨सह बराड़ की टीम ने राजपुरा इलाके से गिरफ्तार किया है। इन लोगों के पास से 700 ग्राम नशीला पदार्थ, जेल ब्रेक करने वाले कुल¨वदर ¨सह सधाना व उसकी पत्नी जसदीप कौर निवासी ब¨ठडा का पासपोर्ट मिला है। इसके अलावा हरमनदीप की कार भी बरामद की है। इन लोगों को दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है, इस दौरान पूरी पूछताछ की जाएगी।

हिस्ट्री का स्टूडेंट अरमान ऐसे ¨लक में आया गैंगस्टर के

अरमानदीप ¨सह पंजाब यूनिवर्सिटी से हिस्ट्री की एमए कर रहा है, जो साल 2014 में प्रधान रहे हरमन के संपर्क में था। इन लोगों का एक दोस्त मारपीट के एक केस में नाभा जेल में बंद रहा था। उक्त युवक की पहचान र¨मदर ¨सह रोमी व अन्य गैंगस्टर के साथ हुई थी। गैंगस्टर व उनके पैसों की चमक से प्रभावित हुए दोनों ने मुलाकात करने के दौरान डील से¨टग कर ली थी। रोमी ने फरार होने के बाद सीधे हांगकांग में लें¨डग कर इन लोगों से संपर्क कर लिया। जिसके बाद बैंक खाते में पैसे आते रहे और दोनों आरोपी मध्य प्रदेश से नशा खरीदकर लाने के बाद जेलों में पहुंचाने लगे। अब तक पांच लाख रुपये से अधिक का नशा पहुंचा चुके हैं।

इन सवालों के जवाब लेने हैं रिमांड के दौरान

1. एमपी से किस व्यक्ति से नशा व हथियार खरीदा गया था।

2. जेलों में किस स्टाफ के साथ मिलकर नशा पहुंचाया गया।

3. रोमी ने किन बैंक खातों में कितना पैसा भेजा, इन बैंक डिटेल की पड़ताल होगी।

4. जेल में किस दोस्त ने गैंगस्टर के साथ इन दोनों की मुलाकात व डील करवाई थी।

5. गैंगस्टर जेल में बंद हैं, लेकिन इनके पासपोर्ट आरोपियों के पास किस वजह से पड़े थे।


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