स्वाइन फ्लू के संदिग्ध मामले में मां-बेटे की मौत, कई लोग बीमारी की चपेट में आए
राज्य में बढ रहे स्वाइन फ्लू के प्रकोप के चलते गांव डरौली में मां व पुत्र की अचानक मौत हो गई।
जेएनएन, पातड़ां, पटियाला: राज्य में बढ रहे स्वाइन फ्लू के प्रकोप के चलते गांव डरौली में मां-बेटे की अचानक मौत हो गई। मृतक नौजवान के शव को एम्बुलेंस को सीधा श्मशानघाट ले जाकर तुरंत अंतिम संस्कार कर दिया। पीड़ित परिवार और पड़ोस के कुछ अन्य व्यक्तियों में संदिग्ध लक्षण सामने आने पर सेहत विभाग टीम ने संदिग्ध मरीजों को टेस्टों के लिए पटियाला ले जाया गया है।
डरौली गांव के सरपंच सुखा ¨सह और मृतक के पारिवारिक सदस्यों ने बताया कि गांववासी हरभजन कौर कुछ दिन से बीमार थी। उसका इलाज डॉक्टरों से करवाया जा रहा था। शुक्रवार सुबह उसके न उठने पर जब पारिवारिक सदस्यों ने जगाया तो पता चला कि उसकी मौत हो चुकी थी। इसी दौरान उसका 32 साल का नौजवान पुत्र गुर¨पदर ¨सह भी कुछ दिनों से बुखार और छींक-वगैरह की शिकायत से पीड़ित चल रहा था। उसकी तकली़फ बढ़ती देख कर पारिवारिक मेंबरो ने उसको इलाज के लिए पटियाला ले गए। जहां निजी अस्पताल के डाक्टरों ने उसकी गंभीर हालत को देखकर चंडीगढ़ रैफर कर दिया। जिस पर उसको फोर्टिस अस्पताल मोहाली में दा़िखल करवाया गया जहां शनिवार को उसकी मौत हो गई। डाक्टरों ने इस बीमारी की पुष्टि के लिए टेस्ट लिए हैं। जिनकी रिपोर्ट आनी बाकी है।
इसी दौरान गांववासियों ने बताया कि मृतक का बड़ा भाई गुर¨वदर ¨सह, द¨वदर कौर, नवजीत कौर और उसके पडोसी कपूर कौर, दलजीत कौर, जसवीर ¨सह आदि इस बीमारी से पीडित बताए जा रहे हैं। गांव में आई डॉक्टरों की टीम ने उक्त व्यक्तियों को चैक करके दवा दी और टेस्टों के लिए पटियाला ले गई है।
स्वाईन फ्लू का मामला नहीं: एमएमओ
शुतराणा सेहत केंद्र के एसएमओ डॉ. दर्शन कुमार ने बताया कि डरौली में हुई मां-बेटे की मौत स्वाइन फ्लू का मामला नहीं है और गांववासियों को घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि सेहत टीम की तरफ से मरीज के साथ संपर्क करने वाले परिवार के सदस्यों को सावधानी के तौर पर स्वाइन फ्लू की दवा दे दी है, परंतु परिवार में स्वाइन फ्लू होने की कोई पुष्टि नहीं है।