सोशल मीडिया से हो रहा अधिक नुकसान : प्रणव
जागरण संवाददाता, पटियाला युवा वर्ग को केवल पढ़ाई तक ही अपनी दिनचर्या को सीमित नहीं रखना चा
जागरण संवाददाता, पटियाला
युवा वर्ग को केवल पढ़ाई तक ही अपनी दिनचर्या को सीमित नहीं रखना चाहिए। पढ़ाई के साथ-साथ अपनी अन्य गतिविधियों को जीवन का हिस्सा बनाए रखना चाहिए। यह विचार डीएवी पब्लिक स्कूल के टॉपर रहे प्रणव ने अगले माह से शुरू होने जा रही वार्षिक परीक्षाओं के मद्देनजर दैनिक जागरण की ओर से शुरु किए गए मिशन एग्जामिनेशन अभियान के तहत व्यक्त किए।
प्रणव का मानना है कि लक्ष्य पर फोकस करने में अभिभावकों व स्कूल शिक्षकों को मदद करनी चाहिए। हर युवा की विचार शक्ति, पढ़ने की क्षमता व सीखने की क्षमता अलग होती है। ऐसे में हर विद्यार्थी अपनी कक्षा में प्रथम तो आ नहीं सकता है। यदि हर विद्यार्थी की मानसिक सोच का सही ढंग से आकलन कर उसे संबंधित क्षेत्र का ज्ञान प्रदान किया जाए तो उसके परिणाम बेहद सार्थक निकल सकते हैं। हर विद्यार्थी किसी न किसी एक विषय में बेहतर करने की क्षमता रखता है। उसे उसी विषय में परिपक्व करने के लिए अभिभावकों व स्कूल शिक्षक को अधिक योगदान देने की पहल करनी चाहिए। मेरी इच्छा है कि मैं नॉन मेडिकल स्ट्रीम में बेहतर कर नई खोज कर देश के विकास में अपना योगदान दूं। इसके लिए स्कूल की पढ़ाई के अलावा छह से सात घंटे की पढ़ाई पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रहा हूं। फिजिक्स और केमिस्ट्री मेरे प्रिय विषय हैं। इसलिए इन दोनों विषयों के बारे में अधिक सीखने की हमेशा मेरे दिल में एक उत्सुकता बनी रहती है। मेरे रोल मॉडल चाणक्य हैं। उनके बारे अधिक से अधिक पढ़ने से मुझे हर पल कुछ बेहतर करने की ललक पैदा होती है। एक बात की यह ¨चता भी है कि सोशल मीडिया में हमारे सभी युवा अधिक ध्यान दे रहे हैं। इस वजह से वह अपने लक्ष्य से दूर हो रहे हैं। सोशल मीडिया का सकारात्मक ढंग से प्रयोग करने की जरूरत है, क्योंकि इंटरनेट से हमें बेहतर परिणाम मिल सकते हैं। मेरी अपने आयु वर्ग के साथियों से एक ही अपील है कि वह पढ़ाई के साथ-साथ अपनी हॉबी को नजरअंदाज मत करें। मनोरंजन साथ में रहेगा तो पढ़ाई भी बेहतर ढंग से हो सकेगी।