मिड डे मील यूनियन का पंजाब सरकार के खिलाफ प्रदर्शन
पटियाला मिड -डे -मील वर्कर यूनियन पंजाब की सूबा प्रधान लखविदर कौर फरीदकोट ने जत्थेबंदी की एक अहम ऑनलाईन मीटिग की जिसमें पंजाब में कोविड -19 लॉकडाऊन के दौरान वर्करों को आ रही मुश्किलों के बारे विचार विमर्श किया गया।
जेएनएन, पटियाला : मिड -डे -मील वर्कर यूनियन पंजाब की सूबा प्रधान लखविदर कौर फरीदकोट ने जत्थेबंदी की एक अहम ऑनलाईन मीटिग की जिसमें पंजाब में कोविड -19 लॉकडाऊन के दौरान वर्करों को आ रही मुश्किलों के बारे विचार विमर्श किया गया। उन्होंने कहा कि मिड-डे-मील वर्कर सि़र्फ 1700 रुपए प्रति महीना पर स्कूलों में काम करती हैं और कोरोना लॉकडाऊन के समय में इन वर्करों के परिवारों की हालत दयनीय हुई पड़ी है। पंजाब सरकार द्वारा इन गरीब वर्करों की आर्थिक मदद करनी तो एक तरफ बल्कि पिछले चार महीने से वेतन भी रोके गए है। जबकि लॉकडाऊन के दौरान भी स्कूल मुखियों की तरफ से उनको स्कूलों में बुला कर मिड डे मील संबंधित काम करवाए जा रहे हैं। डीएमएफ के सूबा प्रधान भुपिदर सिंह वड़ैच ने कहा कि इस बाबत हमारे की तरफ से मांग पत्रों के द्वारा पंजाब और केंद्र सरकार को इन वर्करों को चार महीने का वेतन देने और लॉकडाऊन के समय दौरान 3000 रुपए गुजारा भत्ता देने की अपील की गई थी, परंतु दोनों सरकार पंजाब सरकार और केंद्र सरकार टस से मस नही हुई। महासचिव जरमनजीत सिंह ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार और पंजाब सरकार के खिलाफ संघर्ष शुरू करते हुए मिड -डे -मील वर्करों की तरफ से तीन अगस्त से नौ अगस्त तक जिला स्तरीय रोष रैलियां करके पंजाब के लोक सभा और राज सभा सदस्यों के द्वारा केंद्र सरकार को मांग पत्र भेजे जाएंगे और दोनों सरकार के खिलाफ रोष सप्ताह मनाया जाएगा। यूनियन के नेताओं ने कहा कि यदि दोनों सरकारों ने फिर भी उनकी मांगों की तरफ ध्यान न दिया तो संघर्ष तीखा रूप दिया जाएगा। इस मौके पर सूबा जनरल सेक्रेटरी ममता शर्मा, सरबजीत कौर अमृतसर, करमजीत कौर बठिडा, रमनजीत कौर मुक्तसर, कुलविदर कौर जालंधर, पिकी पटियाला, राज रानी लुधियाणा, गुरप्रीत कौर गुरदासपुर, किरनप्रीत कौर तरनतार, आशा रानी भवानीगढ़, अनूपजीत कौर फतेहगढ़, रुपिदर कौर फरीदकोट, परमजीत कौर ़फगवाड़ा, कमला देवी मौजूद रहे।